भीलवाड़ा। भीलवाडा जिले के शाहपुरा में फूलडोल महोत्सव गुरुवार को चरम पर पहुंचा और यह शाहपुरा का आनंद उत्सव बन गया है। महोत्सव को लेकर शाहपुरा में भी घर घर में मेहमानों की संख्या बढ़ी है।
आनंद का उत्सव मनाने के लिए शाहपुरा में इस दौरान अपनी बहन बेटी तथा अन्य रिश्तेदारों को बुलाने का भी रिवाज है। इस कारण प्रत्येक घर में मेहमानों की संख्या भी अब बढ़ी है। गुरुवार को बारादरी में चार्तुमास की अर्जियों के वाचन के दौरान भी वहां भक्तों की रैलमपेल दिखी।
गुरुवार को ही रामस्नेही संप्रदाय के संतों की ओर से भी बारादरी में चढ़ावा पेश किया गया। इस बार महोत्सव के समापन के दौरान 17 मार्च को शोभायात्रा व रामनिवास धाम के उपर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी। रामस्नेही संप्रदाय की प्रधान पीठ रामनिवास धाम में फूलडोल महोत्सव का समापन 17 मार्च शुक्रवार को अपरान्ह में होगा।
संप्रदाय के पीठाधीश्वर जगतगुरू आचार्यश्री रामदयालजी महाराज के चार्तुमास की घोषणा के साथ ही महोत्सव का समापन होगा। बारादरी में बुधवार को प्रातकालीन प्रवचन सभा के दौरान चार्तुमास अपने शहर में कराने के लिए संतों ने अर्जी का वाचन किया।
भक्तों की ओर से अर्जीयां पेश करने के दौरान बारादरी में माहौल देखने योग्य रहा। अब तक पुष्कर, निंबाहेड़ा, दलवट में चार्तुमास की अर्जिया पेश की गई। चार्तुमास की अर्जियां भी सम्मानपूर्वक बारादरी में प्रस्तुत की गई जिनका सुंदर ढंग से संतों ने वाचन किया।
रामस्नेही संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक आज चौथे दिन नया बाजार स्थित राममेडिया से आद्याचार्य की अणभैवाणी की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में पुरूष भक्त पगड़ी तथा महिलाएं केसरिया साड़ी पहने हुए थे। शोभायात्रा में सैकड़ों भक्त जन भक्ति भाव से चल रहे थे।
इसके समापन पर बारादरी में चढ़ावा चढ़ाया गया तथा उपस्थित लोगों ने आचार्यश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुवार अल सुबह रामनिवास धाम में स्तंभजी के दर्शन के बाद बारादरी में रामधुनी के बाद मंगलाचरण आरती हुई।
बारादरी में संतों की ओर से गादी स्थल व आचार्यश्री को प्रणाम करने के दृश्य को देखने के लिए भी वहां दिन भर भक्त जनों का तांता लगा हुआ है। पंगत चैक में संतो के सामूहिक भोजन प्रसादी की आचार्यश्री की ओर से शुरूआत तथा आचार्यश्री के भोजन प्रसाद ग्रहण के अवसर पर सजने वाले थाल को देखने तथा उससे प्रसाद पाने की आकांक्षा में करीब पांच हजार भक्त जन पंक्तिबद्घ होकर खड़े रहे।
संतों ने चढ़ाया चढ़ावा फूलडोल महोत्सव में देशभर से यहां पहुंचे संतों की ओर से रामकोठी सुरजपोल से जुलूस निकाल बारादरी में संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्यश्री रामदयालजी महाराज के यहां चढ़ावा चढ़ावा गया। संतों के चढ़ावे के जुलूस में रामस्नेही भक्तजन भी शामिल हुए। संत स्वयं संप्रदाय के भजनों की प्रस्तुति व राम नाम का जाप करते हुए बारादरी में पहुंचे।
लूलांस के संत निर्मलराम महाराज ने बताया कि हर वर्ष महोत्सव के दौरान संतों की ओर से चढ़ावा पेश किया जाता है। चार्तुमास की अर्जी लगाने की रही होड़ रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्यश्री रामदयालजी महाराज का आगामी चार्तुमास अपने क्षेत्र में कराने के लिए भक्तजनों व संतों के माध्यम से अपनी अर्जियां लगाने का कार्य आज परवान पर रहा।
दिन भर इसके लिए होड़ जगी रही। बारादरी में प्रातरूकालीन प्रवचन के बाद बुधवार को पुष्कर, निंबाहेड़ा, दलवट की अर्जी आचार्यश्री के समक्ष प्रस्तुत कर उनका वाचन संतों ने वाचन किया। शुक्रवार 17 मार्च को फुलडोल महोत्सव के समापन अवसर पर आचार्यश्री की ओर से चार्तुमास की घोषणा की जाएगी।
स्वीकृति स्वरूप वहां के संत व भक्तों को गोटकाजी दिया जाएगा। इसके बाद चार्तुमास वाले स्थान के भक्तों द्वारा जुलूस निकाला जाएगा। पालिका का मेला रहा आकर्षक, ड्रोन से होगी पुष्पवर्षा नगर पालिका की ओर से बनाए गए विशेष मेला परिसर में भी रौनक अब बढ़ती जा रही है। पालिका ने इस बार मेला परिसर का विस्तार करते व्यवस्थाओं को अंजाम दिया है।
शुक्रवार को नगर पालिका की ओर से शोभायात्रा व रामनिवास धाम के उपर ड्रोन से पुष्पवर्षा की जाएगी। अस्थाई दुकानों की संख्या को बढ़ाकर उनको मानसिंहका भवन परिसर तक बढ़ाया गया है। पिवणिया तालाब के किनारे स्थित डोलर चकरी वालों के यहां विशेष भीड़ होने से पुलिस की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
मेले के कारण बस स्टेंड से होकर गुजरने वाले वाहनों को बाईपास के रास्ते होकर निकाला जा रहा है। पालिका अध्यक्ष किरण तोषनीवाल व उपाध्यक्ष नमन ओझा के अनुसार महोत्सव के दौरान त्रिमुर्ति स्मारक को आकर्षक ढंग से सजाने के अलावा सफाई व लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की गई है।