सिरोही। पंचायत चुनाव आ गए तो पंचायती भी जरूरी है। पंचायती जातीय पंचों की। वोटों को पंचों के माध्यम से अपनी झोली में डालने की। और इसके लिए जरूरी है रियाण। सिरोही की भाषा में बोलें तो अमल का हाका। यानी डोडा पीने के लिए बुलावा।
यह प्रथा अभी सिरोही के गांवों में काफी चलन में है। सबसे ज्यादा सिरोही पंचायत समिति क्षेत्र के जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनावों के लिए। शनिवार शाम को इन गांवों का दौरा किया। ग्राउण्ड रिपोर्ट जानने की कोशिश की। चाय की थडियों से लेकर गांव की चैपालों तक। मंदिर के पेडलों से लेकर किराणे की दुकानों तक घूमें भी और लोगों से मिले भी। सबसे महत्वपूर्ण बात जो सामने आई वह यह कि जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव से ज्यादा लोग सरपंच के चुनावों को लेकर उत्साहित और तैयारी में जुटे दिखे।
हां, तो हम बात कर रहे थे, रियाण की। जब लोगों से पूछा कि इन पंचायतों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है तो बताया कि अमल का हाका। प्रत्याशी को जिस गांव में जाना होता है उस गांव के कार्यकर्ता गांव में अलग-अलग समाजों को न्योता देते हैं कि आज इस जगह एकत्रिकरण होगा और अमल होगा। निर्धारित जगह पर पहले से अमल, डोडा घुला हुआ रहता है और लोग जब इसकी घूंट भरने लगते हैं तो प्रत्याशी इस भीड में अपने समर्थन में वोट मांग लेता है।
मोदीफाइड करने की कवायद
भाजपा अभी भी मोदी के नाम को भुनाने की कवायद में दिखी। रात को कृष्णगंज चैराहे पर जिला परिषद के वार्ड संख्या 4 में भाजपा प्रत्याशी कानाराम के समर्थन में मोदी के भाषणों वाली एलसीडी लगी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भाषण चल रहा था और गिने चुने 15 लोग मौजूद थे। सिलदर, मेर मांडवाडा, चडुआल, मोहब्बतनगर, फलवदी, सनपुर, कालन्द्री, वेलांगरी, सिंदरथ में लोगों ने बताया कि इन चुनावों में यह बात सबसे महत्वपूर्ण होती है कि खडे हुए प्रत्याशी या उसके रिश्तेदारों ने गांव या निर्वाचन क्षेत्र में किसका राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक नुकसार किया है।
वर्तमान में सिरोही जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनावों में खडे भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों को किस आधार पर नुकसान और फायदा होगा यह तक गिनवा दिया। प्रत्याशी लक भी आजमा रहे हैं, सिलदर के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि पायल परसरामपुरिया का कार्यालय जिस परिसर में खोला गया है, वह बडा लकी रहता हैं। इसमें जिसका भी कार्यालय खुला व जीता।
उन्होंने विधानसभा चुनावों के दौरान इसी कार्यालय में लगाए गए ओटाराम देवासी के पोस्टर भी दिखाए। इधर, चडुआल में पूर्व विधायक संयम लोढा कांग्रेस के लिए वोटों की मांग करते हुए मोदी सरकार और वसुंधरा सरकार की ओर से थोपे गए टैक्स, जमीनों को अधिगृहित करने की कोशिश, माइनिंग क्षेत्र से आम लोगो को बेदखल करने की कथित कोशिश, विकास नहीं करवाने जैसे मुददे उन्हें समझाते दिखे।
वैसे सेलिब्रिटीज के माध्यम से भी मतदाताओं को आकर्षित करने के प्रयास हुए हैं। सिरोही पंचायत समिति के वार्ड संख्या 7 में भाजपा प्रत्याशी रक्षा भंडारी के समर्थन में टीवी कलाकार और कवि शैलेष लोढा शनिवार को प्रचार के लिए पहुंचे थे।