लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आतंकी कोई बड़ी वारदात करने की जुगत में है। खुफिया विभाग हर बार उनकी चाल को नाकामयाब कर रही है। शनिवार को आगरा में हुए बम विस्फोट के बाद आतंकियों ने राजधानी को दहलाने की साजिश की।
नए सीएम के ऐलान के कुछ मिनट पहले शहर में सक्रिय खुफिया विभाग व एटीएस ने एक टिफिन बॉक्स से इलेक्ट्रोफाइड बम बरामद किया जिसे बीडीएस टीम ने बड़ी सावधानी से निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद वह गहनता से मामले की तहकीकात में जुट गई है।
मामला इंदिरानगर का है, नहरी निवासी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके दो खंड का मकान है। ग्राउंड फ्लोर उन्होंने एक एनजीओ संचालक को दिया है तो वहीं प्रथम तल फैजाबाद निवासी एडवरटाइजिंग में काम करने वाले राहुल और निशांत को किराये पर उठा रखा है। उनके साथ पांच लड़के रहते है।
पड़ोसी एनजीओ संचालक ने बताया कि होली के त्योहार पर सभी युवक घर गए थे। बीते 12 मार्च को एक कोरियर बॉय आया और कोरियर देने की बात कही। युवकों के न मिलने पर कोरियर बॉय ने एक पैकेट उन्हें दे दिया। बताया कि पैकेट में निशांत का नाम लिखा होने पर उन्होंने युवकों के कमरे में मकान मालिक से कहकर रखवा दिया।
शनिवार की सुबह जब निशांत घर से वापस आया तो उसने पैकेट खोलकर देखा तो उसमें पांच बम रखे मिले। जिसे देखकर उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। निशांत ने इस मामले की जानकारी मकान मालिक को देते हुए एक दोस्त की मदद से एटीएस को सूचना दी।
सूचना पाकर एडिशनल एसपी एटीएस राजेश सहानी बीडीएस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पैकेट को अपने कब्जे में लेकर बीडीएस टीम ने बड़े सावधानी से डिफ्यूज किया।
एटीएस एसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है तथा यह कोरियर कहा से आया है और कौन लाया है इस मामले का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम हो जाने के बाद राजधानी पुलिस को जरा सा भी भनक नहीं लग पायी हैं। इससे यह सवाल उठने लगा है कि राजधानी पुलिस कितनी सक्रिय है।