भोपाल। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मानहानि केस मामले में अपने बयान दर्ज कराने अदालत पहुंचना था लेकिन व्यस्तता और आवश्यक कार्य के चलते वे अदालत नहीं पहुंच सकें। इस मामले में अगली सुनवाई 3 अप्रेल को होगी।
गौरतलब है कि एक पुराने मामले में सीएम शिवराज ने कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा पर मानहानि का केस दर्ज कराया था जिसके लिए मंगलवार को सीएम को अपने बयान दर्ज कराने जिला अदालत में पहुंचना था।
दरअसल मप्र कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने 7 मार्च 2015 को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगया था कि सीएम शिवराज की पत्नी के मायके गोंदिया से 19 लोगों का परिवहन आरक्षक भर्ती में चयन हुआ हैं।
मिश्रा का आरोप था कि चयन के लिए सीएम की तरफ से पैरवी की गई थी। आरोप लगने के बाद सीएम ने अपनी तरफ से कोर्ट में परिवाद लगाया गया था। मामले 15 से ज्यादा लोगों के बयान पहले हो चुके हैं।
पिछली सुनवाई में अदालत पहुंचे सीएम शिवराज ने बताया था कि, आरोपों लगने से मुझे मानसिक प्रताडऩा हुई थी। छवि धूमिल हुई, गरिमा को खंडित किया गया। मेरी इज्जत तार-तार हो गई। संदेह की अंगुली उठने लगी थी। मुझे काम करने में दिक्कत हुई।