माउंट आबू को राजस्थान का स्वर्ग भी माना जाता है। माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। माउंट आबू में अनेक पर्यटन स्थल हैं। माउंट आबू हिन्दू और जैन धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल है। माउंट आबू के ऐतिहासिक मंदिर और प्राकृतिक ख़ूबसूरती पर्यटको को अपनी ओर खींचती है।
अमरनाथ यात्रा : जानिए हेलिकॉप्टर से यात्रा के टिकटों की ऑनलाइन…
माउंट आबू कों दिलवाड़ा के मंदिरों के अलावा अन्य कई ऐतिहासिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है। वैसे तो साल भर पर्यटनों का जमावड़ा यहां रहता हैं। लेकिन गर्मियों के मौसम में पर्यटकों की संख्या में इजाफ़ा हो जाता है। गुरु शिखर, सनसेट प्वाइंट, टोड रॉक, अचलगढ़ क़िला और नक्की झील प्रमुख आकर्षणों में से हैं। यहां की साल भर रहने वाली हरियाली पर्यटकों को ख़ासी भाती है। इसका निर्माण झील के आसपास हुआ है और चारों ओर से यह पर्वतीय क्षेत्र जंगलों से घिरा है ।
झील पर बसा ये शहर हैं बहुत खूबसूरत, फील करें हनीमून…
मुख्य लेख : नक्की झील:-
माउंट आबू के मध्य में स्थित यह झील माउंट आबू का सबसे पहला आकर्षण का केन्द्र है।
नक्की झील माउंट आबू का दिल है।
नक्की झील में सर्दियों में अक्सर बर्फ़ जम जाया करती है।
नक्की झील में नौका विहार की भी व्यवस्था है।
VIDEO Body building करते सभी बॉलीवुड एक्टर को एक साथ देखिये
सनसेट प्वाइंट:-
सनसेट प्वांइट से डूबते हुए सूरज की ख़ूबसूरती को देखा जा सकता है।
यहाँ से दूर तक फैले हरे भरे मैदानों के दृश्य आँखों को सुकून पहुँचाते हैं।
VIDEO katrina kaif का ऐसा हॉट वीडियो आपने नहीं देखा होगा कभी
गुरु शिखर:-
गुरु शिखर अरावली पर्वत शृंखला की सबसे ऊँची चोटी है।
गुरु शिखर से कुछ पहले विष्णु भगवान के एक रूप दत्तात्रेय का मंदिर है।
शिखर पर एक ऊँची चट्टान है और एक बड़ा-सा प्राचीन घंटा लगा है।
HOT NEWS UPDATE नरेंद्र मोदी मिले अक्षय कुमार के बेटे के साथ घूमते देखिये
दिलवाड़ा जैन मंदिर:-
दिलवाड़ा जैन मंदिर का निर्माण ग्यारहवीं और तेरहवीं शताब्दी के बीच हुआ था।
यह शानदार मंदिर जैन धर्म के र्तीथकरों को समर्पित हैं।
जैन मंदिर स्थापत्य कला के उत्कृष्ट नमूने है। पाँच मंदिरों के इस समूह में विमल वासाही टेंपल सबसे पुराना है।
दिलवाड़ा जैन मंदिर में श्वेत संगमरमर के गुंबद का भीतरी भाग, दीवारें, छतें तथा स्तंभ अपनी महीन नक़्क़ाशी और अभूतपूर्व मूर्तिकारी के लिए संसार-प्रसिद्ध हैं।
गोमुख मंदिर
गोमुख मंदिर के परिसर में गाय की एक मूर्ति है जिसके सिर के ऊपर प्राकृतिक रूप से एक धारा बहती रहती है।
मंदिर में अरबुआदा सर्प की एक विशाल प्रतिमा है।
संगमरमर से बनी नंदी की आकर्षक प्रतिमा को भी यहाँ देखा जा सकता है।
अर्बुदा-देवी मन्दिर:-
अर्बुदा-देवी का मन्दिर माउंट आबू की पहाड़ के ऊपर स्थित है।
अर्बुदा-देवी मन्दिर का पुराना नाम नंदिवर्धन था।
जैन ग्रन्थ विविधतीर्थकल्प के अनुसार आबूपर्वत की तलहटी में अर्बुद नामक नाग का निवास था, इसी के कारण यह पहाड़ आबू कहलाया।
HOT NEWS UPDATE इस फिल्म का बजट होगा कम से कम 800 करोड़ फिल्म में काम करेंगे तीनों खान
अचलगढ़ क़िला:-
दिलवाड़ा के मंदिरों से 8 किलोमीटर उत्तर पूर्व में यह क़िला और मंदिर स्थित हैं।
पहाड़ी के तल पर 15वीं शताब्दी में बना अचलेश्वर मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है।
माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य:-
माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य मांउट आबू का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है।
यहाँ मुख्य रूप से तेंदुए, स्लोथबियर, वाइल्ड बोर, सांभर, चिंकारा और लंगूर पाए जाते हैं।
आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और FACEBOOK पर PAGE LIKE कीजिए, और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE पर