सिरोही। सिरोही के बाजार से ठेला व्यापारियों को हटने की गुरुवार को अंतिम मियाद है। इससे पहले ही वह हडताल पर चले गए हैं। राजनीतिक पार्टियों से मिलकर उनके बाजार में रहने का रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं। सरजावाव दरवाजे पर बुधवार रात को सिरोही शहर ठेला व्यापार यूनियन की बैठक भी हुई।
सरजवाव दरवाजे पर रात करीब साढे नौ बजे तक सिरोही शहर थेला व्यापार यूनियन की बैठक चली। इसमें दुकानदारों से भी शुक्रवार को बाजार बंद रखने को लेकर अनुरोध किया गया। हाथ लाॅरी वाले शुक्रवार को भी बंद रखेंगे, लेकिन दुकानदारों में दुकानें बंद करने को लेकर असमंजस की स्थिति है।
सभी दुकानदार इसे लेकर एक दूसरे से बात करते हुए जरूर नजर आए, लेकिन किसी व्यापार यूनियन की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई सूचना नहीं निकाली गई है। इधर, शहर में आम नागरिक सिरोही बाजार में बेतरतीब खडी लारियों से हो रही अव्यवस्था से मुक्ति मिलने की संभावना से कुछ राहत की सांस ले रहा है। गुरुवार को ठेला व्यापार यूनियन जिला कलक्टर को ज्ञापन भी देंगे।
-लाॅटरी खोली
नगर परिषद में गुरुवार को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत सिरोही के स्ट्रीट वेंडर्स की लाॅटरी खोली गई। इसमें सभापति ताराराम माली, उपखण्ड अधिकारी महेन्द्रसिंह, आयुक्त प्रहलादसहाय वर्मा, उपसभापति धनपतसिंह राठौड तथा स्ट्रीट वेंडर समिति के सदस्य एवं पार्षद प्रवीण कुमार उपस्थित थे।
-लोढा से भी मिले ठेला व्यापारी
लाॅरियों के अतिक्रमण के कारण सिकुड चुके बाजारों को चैडा करवाने के लिए किए जा रहे प्रशासनिक प्रयासों के सामने अब कांग्रेस के पूर्व विधायक संयम लोढा आडे आए हैं। बाजार छोडकर जाने के विरोध में उतरे स्ट्रीट वेंडर्स दो दिन से हडताल पर हैं। स्ट्रीट वेंडर्स डाक बंगले में पूर्व विधायक संयम लोढा से मिले और अपनी समस्या बताई। लोढ़ा ने उनसे चर्चा में प्रशासन की कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट की मूल भावना के विपरीत बताया।
डाक बंगले में बातचीत के दौरान पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने सिरोही षहर में पथ विक्रेता (स्ट्रीट वेण्डर) के नियमन मामले में सर्वोच्च न्यायालय की मूल भावना के खिलाफ काम किया है। उनके दिषा निर्देश एक लिखित कानून की भी पालना नही की गई है।
लोढा ने कहा कि भाजपा शासित सिरोही नगर परिषद ने जो नो वेडिंग जोन घोषित किये हैं वह पूरी तरह से गलत हैं। बल्कि स्ट्रीट वेण्डर्स (आजीविका संरक्षण एवं पथ विक्रेता नियमन) अधिनियम 2014 की धारा 21 का पूरी तरह उल्लंघन है। लोढा ने कहा कि बस स्टेण्ड से सरजावाव गेट व सरजावाव गेट से भीतर का इलाका एवं पैलेस रोड को नो वेण्डिग जोन घोषित करना पूरी तरह से गलत और कानूनी प्रावधान के विपरित है।
लोढा ने कहा कि स्ट्रीट वेण्डर्स के बारे में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश, निर्णय भारत की संसद द्वारा बनाये गये कानून सभी इसलिए हैं कि लाॅरी वालों का रोजगार कैसे चले। इस बात के लिए नहीं है कि उन्हें चल रहे बाजार और परम्परागत बाजार से हटाकर कही कोने में फेंक दे।
लोढा ने कहा कि इस संबंध में जो सर्वे कराया जाना चाहिये था। जिसके तहत दिन में तीन बार सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे, 2 बजे से 6 बजे एवं रात्रि को 6 से 11 बजे तक पूरे क्षेत्र में किया जाना चाहिये था। जो नही किया गया न तो इसके लिए कोई प्रोजेक्ट बनाया गया और न ही उस पर कोई काम किया गया। नगर परिषद कार्यालय में बैठकर खाली औपचारिक बैठक कर वेण्डिग सर्टिफिकेट लिखने और डर पैदाकर लाॅरी वालो को खदेडने का प्रयास किया जा रहा है।
लोढा ने इस संबंध में बुधवार नगर परिशद आयुक्त प्रहलादराय वर्मा से बातकर उन्हे कहा कि इस तुगलकी तरीके से लाॅरी वालो को हटाने से उनका रोजगार छीन जायेगा। आनन फानन में निर्णय कर गरीब लोगो को परेशान किया जा रहा है।
लोढा ने स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक (विधि) अशोक सिंह से भी बात की और उन्हे कहा कि सिरोही नगर परिषद क्षेत्र में लाॅरी वालों के मामले में कानून की अवहेलना की जा रही है।
इधर, स्ट्रीट वेंडर्स ने नगर परिषद में मंत्री ओटाराम देवासी एवं सांसद देवजी पटेल को भी समस्या समाधान के लिये अवगत कराते हुए परिषद में पहुंचने का निवेदन किया।
लाॅरी विक्रेताओ ने लोढा से कहा कि वे बाजार छोडकर कही नही जाएंगे। बैठक में वेण्डिग सदस्य निर्मला सगरवंशी, हिम्मतमल खण्डेलवाल व गणेश मेघवाल को बिना जानकारी दिये बैठक में हस्ताक्षर करवाये है। इससे पहले सभी व्यापारियों द्वारा शांतिपूर्वक खण्डेलवाल मंदिर, सदर बाजार, पैलेस रोड होते हुए अहिंसा सर्कल से डाक बंगले पहुंचे।