नई दिल्ली। चुनाव के दौरान पूर्वानुमानों को लेकर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। अब न तो किसी तरह के एग्जिट पोल जारी किए जा सकेंगे और न ही कोई भविष्यवाणी की जा सकेगी।
गुरुवार को चुनाव आयोग ने चुनाव के दौरान नतीजों को लेकर ज्योतिषी, टैरो कार्ड रीडर्स या फिर राजनीतिक पंडित की ओर से भविष्यवाणी करने और अनुमान जताने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
अगर एग्जिट पोल पर प्रतिबंध के दौरान चुनाव नतीजों को लेकर भविष्यवाणी की जाती है या फिर अनुमान जताया जाता है, तो इसे भी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि इससे पहले कई न्यूज चैनलों द्वारा स्टूडियो में ज्योतिष और टैरो कार्ड के द्वारा चुनाव में विजेताओं के बारे में भविष्यवाणी कराई गई थी।
हाल ही में 5 राज्यों के चुनाव के दौरान दैनिक जागरण वेब पोर्टल ने यूपी के विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल पहले ही प्रकाशित कर दिया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए संपादक शंशाक शेखर त्रिपाठी को अरेस्ट किया गया था और बाद में जमानत पर उन्हें छोड़ दिया गया।