ढाका। बांग्लादेश में सुरक्षाबलों द्वारा एक आतंकवादी ठिकाने पर उस वक्त कई धमाके और गोलीबारी हुई जब सेना ने वहां आतंकवादियों का सफाया करने का प्रयास किया। इससे एक दिन पहले ही एक ही परिवार के आठ लोगों ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया था।
बहरहाल, पुलिस ने कोमिला के कोटबारी और मौलवीबाजार के बरहट में आतंकी ठिकानों पर अभियान कल तक के लिए रोक दिया है क्योंकि दृश्यता कम थी।
इस बीच, ऐसी खबरें हैं कि एक ठिकाने में चार आतंकवादियों ने खुदकुशी कर ली है। इससे पहले दिन में बांग्लादेशी पुलिस ने एक आतंकी ठिकाने पर कार्रवाई शुरू की।
मौलवीबाजार में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारी स्वैट विशेष हथियार और रणनीति टीम ने अपने दूसरे ठिकाने पर अभियान शुरू किया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट और गोलियों की आवाज से इलाका दहल उठा। पुलिस ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण के लिए राजी करने में नाकाम रहने के बाद आतंकवादियों के ठिकाने से उनके खात्मे के लिए इस सप्ताह ‘ऑपरेशन हिट बैकÓ शुरू किया।
जिस ठिकाने को कल निशाना बनाया गया उनमें इस्लामिक स्टेट के प्रति झुकाव रखने वाले नव-जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश नियो-जेएमबी के आतंकवादी थे।
पुलिस की आतंकवाद रोधी इकाई के प्रमुख मुनिरल इस्लाम ने कल संवाददाताओं से कहा कि आत्मघाती विस्फोट में ठिकाने के अंदर मौजूद सभी लोगों की मौत हो गई।
हमारा अनुमान है कि हमारे द्वारा ठिकाने की घेराबंदी करने के बाद जब आतंकवादियों ने शक्तिशाली विस्फोट से खुद को उड़ाया तो वहां एक नाबालिग समेत सात से आठ लोग मौजूद थे।
ढाका के एक कैफे में पिछले साल एक जुलाई को हुए आतंकवादी हमले के पीछे नियो-जेएमबी ही जिम्मेदार था। इस हमले में 17 विदेशियों समेत 22 लोगों की मौत हो गई थी।
सिलहट में ‘ऑपरेशन ट्वाइलाइट’ में तीन आतंकवादियों समेत नियो-जेएमबी के प्रमुख के मारे जाने के दो दिन बाद ही कल का अभियान शुरू किया गया था।