वाशिंगटन। पूर्ववर्ती सरकार की नीति से हटते हुए अमरीका के ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह मानवाधिकार के मुद्दे संबंधित देशों के सामने निजी तौर पर उठाएगा क्योंकि यह इससे निपटने का सबसे प्रभावशाली तरीका है।
व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मानवाधिकार हमेशा से अमरीका के लिए चिंता का विषय रहा है और हमारी चर्चाओं में सबसे पहला एवं प्राथमिक मुद्दा रहा है।
अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि हमारा रूख इस तरह के संवेदनशील मुद्दों से निजी, ज्यादा विशिष्ट तरह से निपटना है। हमारा मानना है कि यह उन मुद्दों को सकारात्मक नतीजों की तरफ ले जाने का सबसे प्रभावशाली तरीका है।
अधिकारी से पूछा गया था कि क्या मिस्र और जॉर्डन के नेताओं की यात्रा के दौरान मानवाधिकार चर्चा का मुद्दा होगा। इसके जवाब में उन्होंने यह कहा।
अधिकारी का जवाब सामान्य है और ट्रंप प्रशासन की नीति को दर्शाता है। लेकिन यह पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन की नीति के उलट है जिसने कई मौकों पर मानवाधिकार को अमरीका की सार्वजनिक कूटनीति का सबसे ताकतवर वाहन बनाया और शर्मिंदा करने के लिए कई बार सार्वजनिक रूप से देशों का उल्लेख किया।