नई दिल्ली, बेंगलुरु। खास टेक्निकल स्किल्स वाले प्रोफेशनल्स को स्टार्टअप्स में रोजगार के खूब मौके मिल सकते हैं। इसी साल स्टार्टअप्स में इनके लिए 5,000 से ज्यादा जॉब के मौके बन सकते हैं। इसका पता नैस्कॉम, प्लेसमेंट फर्म्स, स्टार्टअप्स और वेंचर कैपिटल फंड्स के अनुमान से चला है।
डेटा ऐनालिटिक्स, मशीन लर्निंग आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एक्सपर्ट्स, यूजर एक्सपीरियंस यूजर इंटरफेस की डिमांड, साइबरसिक्योरिटी और प्रॉडक्ट डिवेलपमेंट एक्सपर्ट्स की डिमांड सप्लाई से ज्यादा हो रही है। कुछ मामलों में इन रोल्स के लिए मिलने वाली सैलरी में 50 पर्सेंट तक बढ़ोतरी हुई है।
नैस्कॉम की सीनियर वाइस प्रेजिडेंट संगीता गुप्ता कहती हैं, ‘स्टार्टअप्स ने अहम टेक्निकल स्किल्स वाला टैलेंट पूल को प्रायॉरिटी बनाया हुआ है क्योंकि उनका फोकस अब साइज और वैल्यू बिल्डिंग पर हो गया है। हर साल 1,000 से ज्यादा स्टार्टअप्स आ रही हैं। इससे वहां लगभग 5,000 से 8,000 टेक एक्सपर्ट्स की डिमांड हो सकती है।
इन टैलंट्स को अधिक सैलरी ऑफर की जाती है क्योंकि ये आसानी से नहीं मिलते। गुप्ता के मुताबिक, ‘स्टार्टअप्स में इस साल टेक टैलंट्स की सैलरी कम से कम 50 पर्सेंट बढ़ सकती है।’ हालांकि यह सैलरी हाइक प्रॉडक्ट ऐंड टेक्नॉलजी टीम तक सीमित रह सकती है। यह बात टीमलीज की एग्जिक्यूटिव प्रेसिडेंट ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कही। उन्होंने बताया, ‘स्टार्टअप्स में नॉन-टेक जनरल स्किल्स की सैलरी फ्लैट रह सकती है।’
स्टार्टअप्स में 10-20 लाख की सैलरी और चार से छह साल का एक्सपीरियंस रखने वालों की बड़ी डिमांड है। मैनपावरग्रुप इंडिया के सिबी जोसफ का कहना है कि कंपनियां ऐसे इंजिनियरिंग टैलंट की तलाश कर रही हैं जिनके पास कई फंक्शंस में सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट का अनुभव हो। टॉप ऐंड में बिग डेटा साइंटिस्ट्स की सैलरी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है।
इस ट्रेंड की पुष्टि आधा दर्जन स्टार्टअप्स और कुछ वेंचर कैपिटलिस्ट्स के एग्जिक्युटिव्स से बातचीत में हुई है। लाइमरोड, बैंकबाजार, मोबिक्विक, रेजरपे, वूनिक और इनमोबी जैसे स्टार्टअप्स हर लेवल पर ऐसे वर्कर्स की तलाश में जुटे हैं। आइवीकैप वेंचर्स और वाइट यूनिकॉर्न वेंचर्स जैसे वेंचर कैपिटलिस्ट्स भी अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों को ऐसे लोगों को हायर करने में हेल्प कर रहे हैं। मैनपावर ग्रुप, केली और टीमलीज जैसी प्लेसमेंट फर्मों ने भी इस थीम की पुष्टि की है।
स्टार्टअप्स के बीच खास स्किल वालों की डिमांड को लोकल हब बनाने वालों की तरफ से भी बढ़ावा मिल रहा है। एऑन हेविट में सीनियर कंसल्टेंट मानसी जैन कहती हैं, ‘उबर और ग्रैबटैक्सी जैसी ग्लोबल स्टार्टअप्स इंडिया में रिसर्च सेंटर खोलने की संभावनाएं तलाश रही हैं। ऐसे में ऐसे स्किल्ड प्रफेशनल्स की डिमांड में आगे बढ़ोतरी ही होगी।’ आइवीकैप वेंचर्स और वाइट यूनिकॉर्न वेंचर्स दोनों ही अर्ली स्टेज वेंचर कैपिटल फर्म हैं। दोनों ने जिन कंपनियों में निवेश किया हुआ है, उनके लिए ये ऐसे 350 वर्कर्स की तलाश में जुटी हैं।
आइवीकैप के फाउंडर विक्रम गुप्ता के मुताबिक, ‘अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए डेटा साइंटिस्ट, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, रोबॉटिक्स में स्किल्ड और एथिकल हैकर्स प्रोफाइल वाले 250 लोगों को हायर करने का हमारा प्लान है।’ वाइट यूनिकॉर्न के प्रिंसिपल फाउंडर रोहित चोखानी का कहना है कि उनकी कंपनी टेक हायरिंग डबल कर सकती है।