पढ़ाई में होनहार स्टूडेंट्स हर तबके में होते है, लेकिन इनमे से कुछ होनहार स्टूडेंट्स को स्कूल के बाद अच्छे कॉलेज और अच्छी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने का मौका नहीं मिलता। वजह है फंड और मौको कि कमी।
जबकि वहीं कुछ ऐसे कई स्टूडेंट्स हैं जो जानकारी के अभाव में विदेशों की यूनिवर्सिटीज में पढ़ने का सपना पूरा नहीं कर पाते। जबकि ऐसी कई यूनिवर्सिटीज भारत सरकार के सहयोग से ऐसे बच्चों की मदद के लिए स्कॉलरशिप स्कीम चला रही हैं। जिनके सहारे हर होनहार स्टूडेंट अपनी जरुरत के मुताबिक स्कॉलरशिप चुन कर अपना हर सपना पूरा कर पाएगा।
चुना जाता है सिर्फ 3 भारतियों को
भारत सरकार के सहयोग से इंग्लैंड में स्थित ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के समरविले कॉलेज कि ओर से चलाई जा रही है। इस स्कॉलरशिप के लिए 3 भारतीय स्टूडेंट्स को चुना जाता है। इस स्कॉलरशिप को पाने के लिए 12वीं क्लास में पास होना जरुरी है। या फिर वे स्टूडेंट्स जो पहले से ही भारत के किसी नामी शिक्षण संस्थान से पढ़ाई कर रहे हैं। इसके लिए 3 भारतीय स्टूडेंट्स को चुना जाता है। उन्हें कॉलेज और यूनिवर्सिटी में कोर्स करने के लिए कोई फीस नहीं देनी पड़ेगी और वहां रहने के खर्च में भी छूट मिलेगी। इसके लिए www.ox.ac.uk वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं और जानकारी भी पा सकते हैं।
लिबरल आर्ट्स और साइंस की स्कॉलरशिप
यह स्कॉलरशिप नीदरलैंड की मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी ग्रैजुएशन कोर्स में एडमिशन लेने के इच्छुक ऐसे मेधावी स्टूडेंट्स के लिए चलाती है जिनके परिवार की आमदनी कम है। यह स्कॉलरशिप यूनिवर्सिटी कॉलेज मास्ट्रिच (यूसीएम) में लिबरल आर्ट्स और साइंस के तमाम कोर्सों में 3 साल की बैचलर डिग्री पाने के लिए दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए है। स्टूडेंट्स का चुनाव मेरिट के आधार पर होता है और सेशन सितंबर से शुरू होता है। यह दुनिया भर के चुने गए 5 स्टूडेंट्स को 36 महीने के लिए दी जाती है। इस स्कॉलशिप को पाने के लिए 12वीं क्लास पास होने से ही नहीं, बल्कि स्टूडेंट्स एकडेमिक रिकार्ड बहुत अच्छा होना चाहिए। इस स्कॉलरशिप के लिए चुने गए स्टूडेंट्स को हर महीने 8 लाख रुपए दिए जाते हैं जिसमें ट्यूइशन फीस, वीजा लागत, इंश्योरेंस, मासिक भत्ता, रहन-सहन का खर्च शामिल होता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए www.maastrichtuniversity.nl वेबसाइट पर जाकर पता लगा सकते है।
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