भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते 11 वर्षो में हुए सभी चुनावों मेें लगातार मिली जीत की मुख्य वजह भारतीय जनता पार्टी का हाईकमान राज्य के मजबूत संगठन को मानता है, यही कारण है कि दिल्ली विधानसभा के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में पार्टी ने मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं को आधी दिल्ली अर्थात 70 में से 35 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार की कमान संभालने का जिम्मा सौंपा है।
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से भाजपा के कार्यकर्ता पहुंचे हैं। इनमें सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं को अहमियत दी गई है। भाजपा के प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अरविंद कवठेकर बीते दो माह से दिल्ली चुनाव के लिए विभिन्न प्रदेशों से पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं की तैनाती की कमान संभाले हुए हैं।
कोवठेकर ने कहा कि मध्य प्रदेश संगठन से जुड़े लोगों को दिल्ली के आधे विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मध्य प्रदेश के पास 35 विधानसभा क्षेत्रों में काम करने की जवाबदेही है। उत्तर प्रदेश 15, राजस्थान पांच, उत्तराखंड पांच और हरियाणा प्रदेश को 10 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री से लेकर विधायक और सांसद भी चुनाव प्रचार में लगे हुए है। पूर्व में यहां 100 से अधिक पूर्णकालिक कार्यकर्ता आ चुके हैं, वहीं और कार्यकर्ताओं के आने का क्रम बना हुआ है।
मध्य प्रदेश में हुए पिछले तीन विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय के चुनाव में भाजपा ने बड़ी सफलता हासिल की है, वहीं विरोधी दल कांग्रेस को लगातार पीछे जाने को मजबूर किया है। यहां के नेताओं की संगठन क्षमता से पार्टी हाईकमान अन्य राज्यों को सीख लेने की नसीहत देता रहा है। अब इस संगठन क्षमता का इस्तेमाल पार्टी राज्य के बाहर दिल्ली चुनाव में कर रही है।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिन तक दिल्ली में प्रचार करने के बाद अमरीका यात्रा पर जा चुके हैं, वहीं राज्य सरकार के एक दर्जन मंत्री, संगठन से जुड़े कई लोग दिल्ली में डेरा डाले हैं। यह नेता मध्य प्रदेश से नाता रखने वाले परिवारों से अलग-अलग मुलाकात कर रहे हैं और राज्य के विकास का ब्योरा भी दे रहे है। साथ ही दिल्ली विकास का भरोसा दिला रहे हैं।
राज्य से सांसद प्रभात झा पहले सेे ही दिल्ली के पार्टी प्रभारी के तौर पर चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं, वहीं हरियाणा चुनाव के प्रभारी के तौर पर पार्टी को जीत दिलाने वाले नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी दिल्ली में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह झारखंड विधानसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले वी.डी. शर्मा को भी दिल्ली में तैनात किया गया है।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि अब राज्य का संगठन 100 और कार्यकर्ताओं को दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए भेज रहा है। प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने इन कार्यकर्ताओं को दिल्ली जाने पर सहमति दे दी है। कार्यकर्ता वहां पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे।
राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और संगठन के पदाधिकारियों पर अपनी योग्यता सिद्ध करने की यह परीक्षा की घड़ी है, अगर पार्टी जीती तो उन्हें वाहवाही मिलेगी और अगर हार गई तो किस पर गाज गिरेगी, कहना मुश्किल है।