जयपुर। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में अवैध बूचडखानों पर की जा रहीं सख्ती का असर राजस्थान में भी नजर आने लगा है।
राजस्थान के शहरी विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे बूचडखानों को बंद कराने की प्रतिबद्वता जताते हुए कहा कि सरकार अवैघ रूप से चल रहे बूचडखानों पर कार्यवाही करेगी।
उत्तर प्रदेश में अवैध बूचडखानों पर की जा रहीं कार्यवाही का असर प्रदेश में पिछले दिनों उस समय देखने को मिला जब लक्ष्मीनारायण मंदिर में प्रदेश के 17 मंदिरों के धर्मगुरूओं ने ‘धर्म संसदÓ कर प्रदेश में चल रहे अवैध बूचडखानों को बंद करने की मांग की।
गलता पीठ के स्वामी सम्पत कुमार अवेधाशाचार्य महाराज ने कहा कि प्रदेश में कई अवैध बूचडखाने चल रहे है और लाईसेंस वाले बूचडखानों में भी अवैध गतिविधियां चल रही है। इसलिए सरकार से हमारी मांग है कि इन सभी को बंद किया जाए।
स्थानीय निकाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव मंजीत सिंह ने बताया कि गैरकानूनी रूप से चल रहे बूचडखानों पर कार्यवाही करना एक सामान्य प्रक्रिया है, इसमें कुछ भी नया नहीं है। उनसे जब पूछा गया कि पिछले सप्ताह सरकार ने 16 अवैध बूचडखानों को बंद किया है, लेकिन उन्हें याद नहीं है कि कितने अवैध बूचडखाने बंद किए गए हैं।
जयपुर के महापौर अशोक लाहोटी ने बताया कि कुछ मांस की दुकानों पर जानवरों को काटा जा रहा है, कई मांस की दुकान वालों के पास उचित लाईसेंस नहीं है। ऐसी सभी शिकायतों पर निगम कार्यवाही करेगा।
जयपुर के कुछ लोगों की शिकायत पर जयपुर नगर निगम हरकत में आकर खाली हुई मांग की दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की और मौके पर पाए गए मांस को नष्ट किया।