लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक डॉक्टर की अज्ञात लोगों ने आज गोली मारकर हत्या कर दी। उनके परिजनों का आरोप है कि यह पंथ विशेष को निशाना बनाकर किया गया हमला है। पिछले 10 दिनों के भीतर यह ऐसी दूसरी घटना है।
डॉक्टर के परिवार ने पुलिस को बताया कि प्रांतीय राजधानी लाहौर में अश्फाक अहमद 68 अपने पोते और मित्र के साथ जुमे की नमाज के लिए जा रहे थे। उसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी।
पेशे से पशु चिकित्सक और भोजन तथा पोषण के क्षेत्र में पीएचडी करने वाले अहमद की मौके पर ही मौत हो गयी। उनके साथ मौजूद अन्य दो लोगों को कोई चोट नहीं आई है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
दस दिन पहले ही प्रांत के ननकाना साहिब में अज्ञात लोगों ने अहमदी समुदाय के वकील मलिक सलीम लतिफ की हत्या कर दी थी। लतीफ नोबेल पुरस्कार विजेता अब्दुस सलाम के रिश्तेदार हैं।
जमात-ए-अहमदिया के प्रवक्ता सलीमुद्दीन ने अहमद पर हुए हमले की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी हत्या सिर्फ उनके पंथ के कारण की गई है।
उन्होंने कहा कि वकील लतीफ की भांति, अहमद को भी सिर्फ उनके पंथ के कारण निशाना बनाया गया है। सरकार अहमदिया के खिलाफ खुले तौर पर घृणा फैलाने वाले तत्वों पर लगाम लगाने में असफल रही है। उन्होंने हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।