नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो के नेटवर्क का दायरा लांचिंग के सात माह के भीतर आबादी के 80 प्रतिशत से बढ़कर 85 प्रतिशत तक पहुंच गया है। हालांकि वह 90 प्रतिशत का अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है।
पिछले साल 1 सितंबर को जियो की लांचिंग की घोषणा करते हुए आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनका लक्ष्य मार्च 2017 तक देश की 90 प्रतिशत आबादी तक जियो का नेटवर्क पहुंचाना है।
जियो के सूत्रों ने उस समय बताया था लांचिंग के समय नेटवर्क की पहुंच 80 प्रतिशत आबादी तक थी। तकनीकी विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस साल 31 मार्च तक नेटवर्क बढ़कर 85 प्रतिशत आबादी तक पहुंच गया है। उनका कहना है कि बढ़ते नेटवर्क के साथ इसमें एक-एक प्रतिशत बढ़ाने का काम और मुश्किल होता जाता है।
पिछले सात महीने में जियो 10 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नंबर जारी कर चुकी है तथा इसके 303 रुपए मासिक में 28 जीबी डाटा वाले प्लान के लिए 7.2 करोड़ से ज्यादा ग्राहक पंजीकरण करा चुके हैं। यह किसी भी दूरसंचार कंपनी की अब तक की सबसे धमाकेदार एंट्री है।
नेटवर्क के दायरे के मामले जियो अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एयरटेल से पीछे है। एयरटेल की पहुंच 95.6 प्रतिशत आबादी तक है। हालांकि, एयरटेल 4जी के साथ 3जी और 2जी सेवाएं भी दे रही है जबकि जियो पूरी तरह 4जी आधारित सेवा दे रही है।