इंदौर। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के धाकड़ बल्लेबाज एबी डीविलियर्स की वापसी को लेकर संदेह की स्थिति थी लेकिन सिर्फ दो मैचों से दूर रहने के बाद ही उन्होंने आईपीएल-10 में वापसी भी की और इस धमाकेदार वापसी का श्रेय दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने अपनी पत्नी को दिया है।
डीविलियर्स ने पंजाब के खिलाफ मैच में नाबाद 89 रन की अहम पारी खेली और टीम को लडऩे लायक स्कोर तक पहुंचाया। हालांकि टीम यह मैच आठ विकेट से हार गई थी। लेकिन एबी ने एक बार फिर बेंगलुरू के लिए अपनी उपयोगिता को साबित कर दिया। आईपीएल के शुरूआती दो मैचों से बाहर रहने के बाद भी डीविलियर्स की वापसी को संदिग्ध माना जा रहा था। लेकिन उन्होंने पंजाब के खिलाफ मैच से टूर्नामेंट में वापसी कर ली।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने अपनी इस वापसी का श्रेय पत्नी डेनिएला को देते हुये कहा मैंने खुद को चौंकाया। मेरे लिये यह मुख्य रूप से मानसिक मजबूती की बात है। कोई भी खिलाड़ी रातोंरात खराब खिलाड़ी नहीं बन जाता है। मुझे अपने खेल पर कोई संदेह नहीं है और न ही मुझमें कोई जंग है।
डीविलियर्स ने अपनी वापसी को लेकर पूछने जाने पर कहा मुझे अपनी वापसी को लेकर काफी संदेह था लेकिन फिर मैंने अपनी पत्नी को फोन किया और बताया कि मुझे संदेह है कि मैं वापसी कर पाऊंगा या नहीं। लेकिन मैंने जिस तरह का खेल दिखाया मैंने खुद को ही चौंका दिया है। एबी ने अपनी 46 गेंदों की पारी में तीन चौके और नौ छक्के जमाये।
अपनी पत्नी डेनिएला को इस खेल का श्रेय देते हुये डीविलियर्स ने कहा मैंने जब उन्हें फोन किया तो वह मेरे बेटे के पास सो रही थी। मैंने उनसे सलाह मांगी और उन्होंने थोड़ी देर बाद मुझे फोन कर किया। उन्होंने कहा कि वह मेरा समर्थन करती हैं और मुझे शांत रहकर खेलना चाहिये और फिर उन्होंने कहा कि वह भारत आ रही हैं। मेरे लिये यही प्रेरणा थी और मैं इस तरह खेल सका।
डीविलियर्स के इस बयान के बाद कई खिलाड़यिों और आईपीएल ने भी ट््िवटर पर इस संदर्भ में संदेश दिया। आईपीएल के टवीटर पर लिखा किस तरह श्रीमति डीविलियर्स को सही समय पर किये गये फोन से डीविलियर्स खुद पर संदेह से उबर पाये और वापसी की। वहीं माइकल क्लार्क, युवराज भसह, कार्लाेस ब्रेथवेट और कई प्रशंसकों ने भी एबी की वापसी पर खुशी जताई है।
नियमित कप्तान विराट कोहली के चोट के कारण शुरूआती मैचों से बाहर रहने के बाद अब डीविलियर्स की वापसी ने बेंगलुरू का भरोसा बढ़ाया है और दक्षिण अफ्रीकी की इस फार्म से निश्चित ही टीम को आगे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद बंधी है। बेंगलुरू ने अब तक तीन मैचों में एक जीता है और दो में उसे हार झेलनी पड़ी है।