बेंगलुरु। कर्नाटक के पश्चिमी बेंगलुरु में एक पूर्व पार्षद के घर से 30 करोड़ रुपये मूल्य के अमान्य करार दिए गए नोट जब्त किए गए।
हेन्नूर पुलिस स्टेशन के निरीक्षक एन. श्रीनिवास ने बताया कि हमने एक आपराधिक मामले में कोर्ट वारंट के आधार पर पूर्व पार्षद नागराज (54) के घर की तलाशी ली, जिस दौरान 500 और 1,000 रुपये के प्रतिबंधित नोटों में यह धनराशि मिली।
पुलिस सुबह करीब पांच बजे नागराज के घर पहुंची थी, जब वह घर में मौजूद नहीं थे। बताया जाता है कि छापे की जानकारी मिलने के बाद वह भाग गए थे।
पुलिस को नागराज के घर में दाखिल होने पर उनके परिवार का विरोध झेलना पड़ा। उन्होंने घर का मुख्य द्वार तोड़ने के लिए लोहार की मदद ली। श्रीनिवास ने कहा कि छापेमारी जारी है, विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी।
नागराज पर आठ नवंबर, 2016 की नोटबंदी की घोषणा के बाद पुराने नोटों को बदलकर कालेधन को सफेद करने का आरोप था।
वह साल 2002 में बैंगलोर नगर निगम के पार्षद के तौर पर शहर के पश्चिमी हिस्से में प्रकाशनगर वार्ड से निर्दलीय जीते थे।
पूर्व पार्षद पर शहर के एक व्यवसायी के फिरौती के लिए अपहरण का आरोप भी है। वह धन की हेराफेरी के मामले में भी आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं।