सिरोही। पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 14 पर मौत के घाटे के रूप में कुख्यात बाहरी घटे की सडक का सोमवार को7 दुग्धाभिषेक हुआ। गुजरात से दिल्ली की और जाने वाला दूसे भरा टेंकर यहाँ की ढलान में असंतुलित होकर पलट गया। इसके पलटते ही बाहरी घाटा की सड़क पर दूध की धारा बह निकली।…
श्राद्ध में खीर के लिए दूध
श्राद्ध चल रहा है। टेंकर से सड़क पर गिरकर बर्बाद होने वाले दूध का ऐसे में लोगों ने सदुपयोग किया। टैंकर के ढक्कन से गिर रहे दूध को जमीन पर गिरकर बर्बाद होने से पहले लोग बर्तनों में भर भर कर ले गए। इसका उपयोग खीर बनाने के लिए ले गए।
गिरा था गैस टैंकर
इसी घाटे में रविवार सुबह गैस से भरा टैंकर पलट गया था। इससे घाटे में एकतरफा यातायात था। सोमवार को टैंकर उठाकर बीयातायात सुचारू किया तो दूध का टैंकर पलट गया। फोरलेन बनकर लगभग तैयार है, लेकिन इसका बाहरी घटा सेक्शन पर अभी काम पूरा नहीं हो पाया है। इसके पूरा होते ही इस घाटे में होने वाले हादसों में जान माल के नुकसान से राहत मिलने की उम्मीद है।