कोलकाता। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह उस वीडियो के मामले को देखेंगे जिसमें कश्मीर में पथराव से बचने के लिए एक व्यक्ति को कथित तौर पर मानव ढाल के रूप में सेना की जीप पर बांधे दिखाया गया है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
सिंह ने कहा कि उन्हें अभी तक इस वीडियो की कोई जानकारी नहीं है लेकिन जो कुछ भी हुआ है वह उसे देखेंगे।
बडगाम जिले के वीरवाह इलाके में नौ अप्रेल को पथराव से बचने के लिए एक व्यक्ति को कथित तौर पर मानव ढाल के रूप में सेना की जीप पर बांधने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया है।
सिंह ने कहा कि मैंने पहले ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें लिए सीआरपीएफ के जवानों को रोके जाने वाली घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने को कह दिया है।
इस वीडियो में बडगाम जिले के चादूरा इलाके में प्रदर्शनकारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक सीआरपीएफ जवान को परेशान करते दिख रहे हैं।
एक अन्य वीडियो में कश्मीर में एक मतदान केंद्र के बाहर सुरक्षा बल के जवान पथराव करने वाले प्रदर्शनकारी पर नजदीक से कथित रूप से गोली मारते दिख रहे हैं जिससे प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
संकटपूर्ण स्थिति में काम कर रहे सुरक्षा बलों की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा कि किसी को भी उनकी भूमिका को कम आंकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
नेताओं के एक वर्ग द्वारा घाटी में हिंसा के लिए सेना को दोषी ठहराए जाने संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में राजनाथ ने कहा कि हमें सुरक्षा बलों की भूमिका का अपमान नहीं करना चाहिए। जब कभी घाटी में कोई स्थिति पैदा होती है तो सुरक्षा बल कश्मीर के लोगों की रक्षा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
सिंह ने कहा कि कश्मीर में हाल में हुए उपचुनाव में कम मतदान होना चिंता का विषय है और हालात में सुधार करने के लिए कुछ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह निस्संदेह चिंता का विषय है लेकिन हम हालात सुधारने के लिए कुछ करेंगे।