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बड़े काम के है स्टूडेंट्स फ्रेंडली सॉफ्टवेयर्स - Sabguru News
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बड़े काम के है स्टूडेंट्स फ्रेंडली सॉफ्टवेयर्स

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बड़े काम के है स्टूडेंट्स फ्रेंडली सॉफ्टवेयर्स

आज टैक्नोलॉजी हर लेवल पर हमारी मददगार है, फिर बात चाहे घर कि हो, आॅफिस की हो, कॉलेज कि हो या फिर स्कूल की हो। हर सेक्टर में तकनीक किसी न किसी तरह से हमसे जुड़ी है।

ऐसे में स्टूडेंट्स के लिए कई ऐसे सॉफ्टवेयर्स और टूल्स मौजूद हैं, जिनकी हेल्प से वे अपनी स्टडी लाइफ को ईजी बना सकते हैं। साथ ही बहुत कम टाइम में बेहतर रिजल्ट के साथ अच्छा प्रर्फोम कर सकते है। कुछ सॉफ्टवेयर जहां बिलकुम फ्री है वही कुछ पहले ट्रायल की सुविधा देते है। ताकि स्टूडेंट अपनी पंसद के अनुसार चूस कर सके।

बेहतर आॅल्टरनेटिव है LibreOffice

यह ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर और ऑफिस सूइट है। इसमें कई ऐसे फीचर्स दिए गए हैं, जो स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी हो सकते हैं। यहां राइटर, वर्ड प्रोसेसर, कैलकुलेटर, स्प्रेडशीट एप्लीकेशन, इम्प्रेस, प्रजेंटेशन, ड्रॉ, ड्राइंग ऐंड फ्लो चार्र्टिंग एप्लीकेशन, बेस के अलावा, मैथमेटिक्स एडिटिंग के लिए मैथ जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसका क्लीन इंटरफेस और पावरफुल टूल्स स्टूडेंट्स को पसंद आ सकता है। इस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर वे अपनी प्रोडक्टिविटी को बेहतर कर सकते हैं। लिब्रेऑफिस राइटर में अधिकतर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड से मिलते-जुलते फीचर्स हैं। इसमें ट्रैक चेंज और फॉर्मिटिंग ब्रश भी शामिल हैं। लिब्रे ऑफिस 4 फ्री है। यह माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एक्सेल और पावर प्वाइंट का एक बेहतर आॅल्टरनेटिव है। यहां आप प्रोफेशनल्स की तरह अपने डॉक्यूमेंट तैयार कर सकते हैं। साथ ही, माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट और पब्लिशर फॉर्मेट के डॉक्यूमेंट्स ओपन और सेव कर सकते हैं। आप चाहें, तो ओपन डॉक्यूमेंट फॉर्मेट (ओपीडी) का यूज कर सकते हैं। यह लिनक्स, मैक और पीसी एडिशंस के लिए उपलब्ध है।

रिसर्च में है उपयोगी DeepDyve

आप रिसर्च वर्क से जुड़े हुए हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आपको उससे रिलेटेड आर्टिकल्स और जर्नल नहीं मिलते या आप उन्हें ऑर्डर करने की परेशानी से दूर ही रहना चाहते हैं।?ऐसे इंडिविजुअल रिसर्चर के लिए यह काफी उपयोगी प्लेटफॉर्म है। यहां आपको हजारों की संख्या में जर्नल्स, लाखों आर्टिकल्स कम मंथली प्राइस पर मिल जाएंगे। यहां आपको लाइफ साइंस, आइटी, इंजीनियरिंग, मेडिसिन, बिजनेस, सोशल साइंस आदि से रिलेटेड आर्टिकल्स, जर्नल्स मिल जाएंंगे। आप चाहें, तो रिसर्च आदि से जुड़े आर्टिकल्स का फुल-टेक्स्ट प्रिव्यू फ्री में देख सकते हैं। यहां दिन में पांच मिनट के लिए ही फ्री में आर्टिकल्स पढऩे की सुविधा है, लेकिन यह शायद ही आपके लिए काफी हो। वैसे, यहां 14 दिनों के फ्री ट्रायल का ऑप्शन भी है। इसका रेंटल चार्ज 40 डॉलर प्रतिमाह है। यहां आपको पीडीएफ डाउनलोड पर 20 प्रतिशत डिस्काउंट भी मिलता है। इसका यूजर इंटरफेस फ्रेंडली है और इसे यूज करना भी काफी ईजी है। आप किसी यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, फिर भी प्रॉक्सी की वजह से कोई आर्टिकल्स नहीं पढ़ पा रहे हैं, तब भी डीपडाइव आपको फुल-टेक्स्ट प्रिव्यू की सुविधा देता है।

बढ़िया आॅग्रेनाइजर है Zotero

यह फ्री टूल्स है, इसका इस्तेमाल आप स्टडी के दौरान रिसर्च सोर्स को कलेक्ट, ऑर्गेनाइज, शेयर आदि के लिए कर सकते हैं। आप भी इस बात से जरूर वाकिफ होंंगे कि हायर स्टडी के दौरान आर्टिकल्स का संकलन करना, वीडियो ट्यूटोरियल और ऑनलाइन लाइब्रेरी को मैनेज करना कितना मुश्किल होता है। लेकिन इस टूल की मदद से आप स्टडी से रिलेटेड कई तरह की प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशंस ढूंढ़ सकते हैं। ओरिजनली यह फॉयरफॉक्स का एड-ऑन है। यह क्रोम और सफारी पर भी उपलब्ध है। यह लिनक्स, मैक और पीसी के साथ वर्क करता है। इसकी खासियत है कि यह आपको वेब से रिसर्च वर्क को कलेक्ट और ऑर्गेनाइज करने में हेल्प करता है। साथ ही, इसकी मदद से आप वेब से पीडीएफ, इमेज, ऑडियो-वीडियो फाइल्स, स्नैपशॉट्स को आसानी से अटैच कर सकते हैं। साथ ही, अपनी बनाई गई लाइब्रेरी में सेव चीजों को बड़ी आसानी से सर्च कर सकते हैं। यह आपके रिसर्च को बेहतर तरीके से ऑर्गेनाइज करता है। रिसर्च आइटम्स सेक्शंस और सबसेक्शंस में एड होते रहते हैं। फिर आप चाहें, तो अपनी सुविधा के हिसाब से भी ऑर्गेनाइज कर सकते हैं। अगर आपको कभी फुटनोट्स, एंडनोट्स, इन-टेक्स्ट सिटेशंस या फिर बिब्लियोग्राफी क्रिएट करने की जरूरत होती है, तो इस तरह से सभी वर्क यह टूल्स आपके लिए कर देगा, ताकि आप अपनी राइटिंग पर ज्यादा फोकस कर सकेें। यह ऑटोमैटिकली आपके सभी डिवाइसेज से डाटा को सिंक्रोनाइज कर लेता है, फिर उसे आपकी लाइब्रेरी से एड कर देता है। अच्छी बात यह है कि यह सभी रिसर्च वर्क को सर्वर नेटवर्क पर कॉपी कर देता है। इसके बाद आप वेब के जरिए अपने रिसर्च वर्क को दुनिया के किसी भी हिस्से में एक्सेस कर सकते हैं।

पॉवरफुल फिचर्स के साथ ReadCube

यह एक तरह का पीडीएफ मैनेजर है, जिसमें बिल्ट-इन पीडीएफ रीडर है। यह आपको पीडीएफ फॉर्मेट में आर्टिकल्स को पढऩे की सुविधा देता है। स्टूडेंट्स इसका इस्तेमाल पीडीएफ फॉर्मेट में आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार पढऩे के अलावा, आंकड़ों की जांच करने, पीडीएफ के महत्वपूर्ण हिस्से को हाइलाइट्स और नोट्स को एड करने के लिए कर सकते हैं। अगर आप पढऩे के दौरान कमेंट करना चाहें, तो कर सकते हैं। दरअसल, रीडक्यूब सर्च, रीड और आर्टिकल्स को कलेक्ट करने के लिए भी उपयोगी है। यह आपके आर्टिकल्स को पहचान कर उसे सर्चेबल डाटाबेस में डाल देता है। इतना ही नहीं, इसका पावरफुल फीचर्स सभी सिटेशंस को लिंक में कनवर्ट कर देता है, जिससे आर्टिकल्स का लिंक आसानी से देखा जा सकता है। इसके अलावा, इसमें गूगल स्कोलर और पबमेड सर्च भी बिल्ट-इन है। इसका सिटेशंस टूल्स पावरफुल हैं, जिसे आप जरूर यूज करना चाहेंगे। साथ ही, यह हजारों सिटेशन स्टाइल को सपोर्ट करता है। आप सिटेशंस को सीधे अपनी लाइब्रेरी से इंसर्ट कर सकते हैं या फिर पबमेड से। अगर आप इसका प्रो-वर्जन इस्तेमाल करते हैं, तो लाइब्रेरी को क्लाउडसिंक कर सकते हैं। फिर आप इसे जहां चाहें एक्सेस कर सकते हैं। रीडक्यूब लाइब्रेरी के लिए क्लाउड पर आपको अनलिमिटेड स्पेस की सुविधा भी मिलती है। यह पीसी एडिशन और मैक के लिए उपलब्ध है। आप चाहें, तो इसका एप भी डाउनलोड कर सकते हैं। यह आइट्यून पर उपलब्ध है।

आॅडियो नोट्स बनाए Audio Notetaker

आज के दौर में भी अधिकतर स्टूडेंट्स लेक्चर सुनकर उसका नोट्स लिखते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि नोट्स लिखने की जल्दबाजी में लेक्चर के दौरान बताई गई इंपॉर्टेंट चीजों को मिस कर जाते हैं, क्योंकि सुनने की बजाए ज्यादा ध्यान लिखने पर होता है। सोनोसेंट ऑडियो नोटटेकर आपकी इस परेशानी को दूर कर सकता है। आप इसकी मदद से लेक्चर को रिकॉर्ड कर सकते हैं। ऑडियो को बार्स में कनवर्ट करने का ऑप्शन है। आप चाहें, तो अपने ऑडियो नोट्स के साथ कलर्स, टेक्स्ट और इमेज भी अटैच कर सकते हैं। ऑडियो नोटटेकर रिकॉर्डेेड ऑडियो को एनालाइज कर उसे स्पीच बार्स में क्रिएट कर देता है, जिसे नेविगेट करना काफी आसान है। आप बार्स को कलर्स, टेक्स्ट, इमेज, स्क्रीनशॉट्स, स्लाइड्स और पीडीएफ डॉक्यूमेंट्स के साथ बेहतर बना सकते हैं। ऑडियो नोटटेकर लाइव लेक्चर्स, इंटरव्यू, स्काइप कॉल्स के साथ ऑनलाइन टॉक्स को भी रिकॉर्ड करता है। अगर इसके अन्य फीचर्स की बात करें, तो इसमें ऑडियो इंपोर्ट, माइक के जरिए रिकॉर्डिंग, टेक्स्ट टु स्पीच, विजुअल ऑडियो, क्विक फॉर्मेट, कलर कोडिंग, दूसरे डॉक्यूमेंट से लिंक को इंपोर्ट करना, ऑर्गेनाइजेशन ऐंड सर्च की सुविधाएं हैं, जबकी पीसी वर्जन में स्क्रीन कैप्चर, लाइवस्क्राइब सपोर्ट, वीडियो एक्स्ट्रैक्ट, स्पीकर्स के जरिए रिकॉर्र्डिंग, प्रजेंटेशन कैप्चर मोड जैसे फीचर्स भी हैं। खरीदने से पहले 30 दिनों का फ्री ट्रायल भी ले सकते हैं।

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