नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के खिलाफ कोई ट्वीट नहीं किया, बल्कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया।
संभव है कि इस संबंध में किया गया ट्वीट ‘हैकर’ ने किया हो। सिसोदिया के अकाउंट से कई री-ट्वीट किए गए हैं, जिनमें अन्ना हजारे को ‘भारतीय जनता पार्टी का एजेंट’ और ‘धोखेबाज’ बताया गया है।
सिसोदिया ने इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि कृपया इन पर (ट्वीट्स) विश्वास नहीं करें। मैं अन्नाजी का बहुत सम्मान करता हूं। उनके खिलाफ कभी इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं कर सकता..।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मेरा अकाउंट हैक हो गया है। कोई मेरे अकाउंट से अन्ना हजारे के खिलाफ संदेशों को रिट्वीट कर रहा है। इन्हें डिलीट करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन यह डिलीट भी नहीं हो रहा।
हजारे ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार का कारण ‘अरविंद केजरीवाल की सत्ता की भूख’ को बताया था।
हजारे ने कहा था कि लोगों ने उन्हें जनादेश दिया। उनके पास दिल्ली को आदर्श राज्य बनाने का अवसर था, ताकि पूरा देश इसका अनुसरण कर सके। लेकिन सत्ता बुरी होती है। एक बार आप सत्ता में आ गए तो आप सोचने की शक्ति खो बैठते हैं।
हजारे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी के केजरीवाल के आरोपों को भी सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि आप नेताओं की कथनी और करनी में अंतर ने लोगों का भरोसा पार्टी से उठा दिया।