कराची। पुलिस ने सिंध में एक हिंदू मंदिर में मूर्तियां तोड़ने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ ईश निंदा और आतंकवाद के मामले दर्ज किए हैं। टूटी मूर्तियां एक नाले में शनिवार सुबह पाई गईं।
थत्ता जिले में घारो टाउन कमेटी के अल्पसंख्यक कॉउंसिलर, लाल माहेश्वरी ने कहा कि वह शुक्रवार को आयोजित होने वाले मासिक धार्मिक सभा की तैयारी के लिए मंदिर में देर तक काम कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ लोग रात एक बजे से तड़के पांच बजे के बीच मंदिर में घुसे। जब श्रद्धालु सुबह दर्शन प्रार्थना के लिए मंदिर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मूर्तियां नहीं थीं। मंदिर के इतिहास में इस तरह की यह पहली घटना है।
सिंध के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों पर सलाहकार, डॉ. खट्टो मल ने कहा कि उन्होंने पुलिस और जिला प्रशासन से एक मामला दर्ज करने के लिए कहा है, जिसमें राज्य को शिकायतकर्ता बनाते हुए आतंकवाद के मामले शामिल किए जाएं। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के अनुसार उन्हें दंडित किया जाएगा।
थत्ता के एसएसपी फिदा हुसैन मस्तोई ने कहा कि मामले की सभी पहलुओं से जांच की जाएगी।घारो कराची से कोई 60 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। लगभग 2,000 माहेश्वरी, दीवान और हरिजन परिवार यहां रहते हैं, जो हिंदू हैं।