जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत के कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपए के सरकारी विज्ञापन घोटाले के फरार आरोपी और क्रियोंस कंपनी के निदेशक अजय चौपड़ा ने मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अदालत में समर्पण किया।
अजय चौपड़ा अपने अधिवक्ता के साथ एसीबी कोर्ट क्रम संख्या एक में पहुंचे तथा समर्पण की जानकारी दी। इसकी सूचना मिलने के बाद जांच अधिकारी शरद चौधरी भी अदालत पहुंचे और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया।
प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने एसीबी में दर्ज चार प्रकरणों में गिरफ्तार करने की बात कही। वहीं दूसरी ओर एसीबी की ओर से पैरवी करते हुए विशेष लोक अभियोजक बीएस चौहान ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए एसीबी द्वारा प्रकरण संख्या 408 में ही गिरफ्तार करने की बात कही।
अदालत ने एसीबी के प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए। इसके बाद अजय चौपड़ा को गिरफ्तार कर एसीबी मुख्यालय ले जाया गया जहां विज्ञापन घोटाला मामले में पूछताछ की जा रही है। आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि चौपडा की विज्ञापन एजेंसी क्रियोंस सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की विज्ञापन एजेंसी राजस्थान संवाद से अनुबंधित थी जिसने नियम विरूद्ध ऐसे अखबारों को विज्ञापन दे दिए जो अधिस्वीकृत भी नहीं थे।
कंपनी पर 150 करोड रूपए से अधिक के विज्ञापन घोटाले के आरोप है। इस कंपनी के तीन कर्मचारी पहले ही गिरफ्तार हो चुके है। जिनकी जमानत हो चुकी है।