अगरतला। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी त्रिपुरा में सत्ताधारी वाम मोर्चा को अगले वर्ष विधानसभा चुनाव में परास्त कर देगी और इस पूर्वोत्तर राज्य में अपनी सरकार बनाएगी।
शाह ने संवाददाताओं से कहा कि हम त्रिपुरा में किसी पार्टी से चुनावी गठबंधन नहीं करेंगे। भाजपा अपनी ताकत के बल माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा के 25 वर्षो के शासन को समाप्त कर राज्य में सरकार बनाएगी।
शाह अपनी अखिल भारतीय विस्तार यात्रा के हिस्से के रूप में यहां दो दिन के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में अभूतपूर्व विस्तार किया है, और दो लाख से अधिक पार्टी के सदस्य पहले ही बन चुके हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के 10 वर्षो के शासन के दौरान 12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार हुए, लेकिन भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शासन के दौरान अनियमितता का एक भी मामला नहीं पाया गया है।
शाह ने कहा कि मोदी मॉडल के विकास को न सिर्फ देश के लोगों ने स्वीकार किया है, बल्कि दुनिया में भी लोगों ने स्वीकार किया है। मोदी सरकार ने नोटबंदी सहित कई साहसपूर्ण कदम उठाए हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि फरवरी में एक बार में 104 उपग्रह छोड़ने और शुक्रवार को दक्षिण एशिया उपग्रह सफलतापूर्वक छोड़ने के बाद दुनिया में भारत का स्थान काफी ऊंचा हो गया है।
शाह ने यहां पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं और विभिन्न फंट्रल संगठनों के साथ कई सारी बैठकें की, और वह रविवार को उत्तरी त्रिपुरा के कुमारघाट में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे।
पार्टी के कई केंद्रीय नेताओं, के साथ ही पश्चिम बंगाल और असम के पार्टी नेताओं के साथ मिलकर शाह अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करेंगे। राज्य विधानसभा चुनाव अगले फरवरी में हो सकता है।
शाह ने कहा कि वामपंथ दुनिया से खत्म हो गया और देश में कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में वाम मोर्चा शासन के दौरान खासतौर से महिलाओं के खिलाफ अपराध, सीमा पार से घुसपैठ, भ्रष्टाचार, अवैध चिटफंड का उदय और राजनीतिक हिंसा में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की 37 लाख की आबादी में आठ लाख से अधिक बेरोजगार युवा हैं, जिसमें दो लाख की उम्र सरकारी नौकरी पाने लायक नहीं रह गई है। वाम मोर्चा सरकार की गलत नीतियों की कारण 65 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे बने हुए हैं।
शाह ने आश्वस्त किया कि त्रिपुरा में भाजपा की सरकार आने के बाद राज्य सरकार के कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप वेतन दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्य सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें पहले ही लागू कर चुके हैं।