नई दिल्ली। मौजूदा चैम्पियन भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने इंग्लैंड में होने वाले आठ देशों के चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में खिताब बचाने उतरेगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने रविवार इस सम्बंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि टीम का चयन 8 मई को किया जाएगा।
बीसीसीआई ने यहां आयोजित विशेष आम बैठक में यह फैसला लिया। बाद में एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई। भारत ने 2013 में इंग्लैंड की मेजबानी में यह खिताब जीता था।
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि एसजीएम में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि भारतीय क्रिकेट टीम आगामी चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी।
बीसीसीआई ने कहा कि इस टूर्नामेंट हेतु भारतीय टीम का चयन सोमवार को नई दिल्ली में अखिल भारतीय वरिष्ठ चयन समिति की बैठक में किया जाएगा। कहा जा रहा है कि कप्तान विराट कोहली वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चयन प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। कोहली अभी आईपीएल में खेल रहे हैं।
इसके अलावा इस बैठक में सर्वसम्मति से बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को प्राधिकृत करने का फैसला लिया। इसके तहत वह बोर्ड के हित में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के साथ वार्ता को जारी रखेंगे।
बयान के मुताबिक आईसीसी के साथ वार्ता बीसीसीआई के हितों को ध्यान रखते हुए किया जाएगा और इस दिशा में अगर कानूनी रास्ते पर जाने की जरूरत हुई तो वह भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आईसीसी द्वारा बीते सप्ताह आय में बीसीसीआई के हिस्से को कम करने के लिए हुए ऐतिहासिक मतदान से नाराज बीसीसीआई ने 1 से 18 जून तक इंग्लैंड में होने वाले चैम्पियंस ट्राफी से हाथ खींचने के विचार से टीम की घोषणा के लिए तय अंतिम तारीख तक टीम नहीं चुनी।
आईसीसी ने इस टूर्नामेंट के लिए टीम घोषित करने की अंतिम तारीख 25 अप्रेल तक की थी।
बीसीसीआई की मंशा आईसीसी के साथ जारी रार के कारण टीम को चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड नहीं भेजने की थी। इससे आईसीसी और स्थानीय आयोजकों को काफी नुकसान होता और फिर ऐसा करते हुए भारत आईसीसी पर अपनी बात मनवाने का दबाव बना सकता था।
इसकी भनक लगते ही सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बीते गुरुवार को बीसीसीआई को आड़े हाथों लेते हुए उससे जल्द से जल्द चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने को कहा।
सीओए ने बोर्ड से कहा कि नए वित्तीय ढांचे को लेकर आईसीसी के साथ मतभेद के बावजूद टीम की घोषणा में विलम्ब नहीं होना चाहिए।
सीओए ने कहा कि नियामक संस्था के साथ मतभेद के बाद भी बीसीसीआई को खिलाड़ियों के हितों की आहत नहीं करना चाहिए क्योंकि किसी बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लेना उनका अधिकार है।
इसके लिए सीओए ने रविवार को होने वाली विशेष आम बैठक (एसजीएम) से पहले चौधरी को लिखे पत्र में चयन समिति की आपात बैठक बुलाने की मांग की और चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम घोषित करने को कहा।
आईसीसी ने एक नए वित्तीय मॉडल का प्रस्ताव रखा है, जिससे बीसीसीआई का राजस्व 57 करोड़ डॉलर से घटकर 29.3 करोड़ डॉलर रह जाएगा। यही बीसीसीआई और आईसीसी के बीच जारी मतभेद का कारण है। साथ ही साथ आईसीसी विश्व क्रिकेट में बीसीसीआई की ताकत को कम करने के लिए भी कदम उठा रहा है और बीसीसीआई इससे नाराज है।