मुंबई। सेंसर बोर्ड ने फिल्मों में ‘आपत्तिजनक’ और ‘अभद्र’ तथा कई अन्य शब्दों के उपयोग को पाबंदी लगाने के आदेश जारी किए हैं। इतना ही नहीं बोर्ड ने निर्देशकों से बॉम्बे शब्द की जगह ‘मुंबई’ शब्द का इस्तेमाल करने को भी कहा है।
सेंसर बोर्ड ने बाकायदा फिल्मों में आम तौर उपयोग में लाये जाने वाले ‘आपत्तिजनक’ और ‘अभद्र’ तथा कई दूसरे शब्दों की एक सूची जारी की है जिनके फिल्मों में इस्तेमाल पर पाबंदी रहेगी।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे ऐसी फिल्मों को प्रमाणपत्र जारी नहीं करें जिनमें इन अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया हो। निहलानी ने बताया कि यह फिल्मों में शुचिता लाने के लिये किया गया प्रयास है और इसका मकसद निर्देशकों को आखिरी समय के कट से बचाने और उसमें लगने वाले समय का बचाना है। इस मामले पर सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि सरकार सेंसर बोर्ड के कामकाज में दखल नहीं देती है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि ‘पत्र से ही सबकुछ समाप्त नहीं हो जाएगा, यह अंतिम निर्णय नहीं है।’