तेहरान। ईरान ने सोमवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान सरकार सीमा पार हमला करने वाले आतंकवादियों से नहीं निपटती है तो ईरान पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों पर हमला करेगा।
बीते महीने 10 ईरानी सीमा रक्षकों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। ईरान ने कहा कि जैश-अल-अदल आतंकी समूह ने लंबी दूरी की बंदूकों से सीमा रक्षकों को गोली मारी थी। यह हमला पाकिस्तान के अंदर से किया गया।
प्रेस टीवी की रपट के मुताबिक ईरानी सशस्त्र बलों के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाकरी ने कहा कि शत्रु अपनी नाकामी छिपाने के लिए आतंकियों के जरिए ईरान सीमा और हितों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तरीका कायर चोरों और डाकुओं का है और इससे शत्रुओं को सिर्फ बदनामी मिलेगी।
बाकरी ने कहा कि पाकिस्तानी तरफ का सीमांत इलाका ‘दुर्भाग्य से’ सऊदी से लाए गए आतंकियों के लिए प्रशिक्षण स्थल और पनाहगाह बना हुआ है।
जैश-अल-अदल एक आतंकवादी समूह है, जिसने ईरानी सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हमले किए हैं। आतंकी समूह का कहना है कि ये हमले ईरान में अल्पसंख्यक समूह के खिलाफ भेदभाव को उजागर करने के लिए किए गए हैं।
इस आतंकी समूह ने अप्रेल 2015 में आठ सीमा रक्षकों और अक्टूबर 2013 में 14 सीमा रक्षकों की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
बाकरी ने कहा कि ईरान इस स्थिति को जारी रखना स्वीकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी अधिकारियों के सीमा पर नियंत्रण, आतंकवादियों की गिरफ्तारी और उनके ठिकानों को बंद करने की उम्मीद करते हैं।