एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम रविवार को आईसीसी विश्व कप-2015 के अपने पहले पूल मुकाबले में एडिलेड ओवल मैदान पर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के सामने होगी। सचिन तेंदुलकर के बगैर भारतीय टीम विश्व कप में पहली बार पाकिस्तान से भिड़ेगी।
दो दशक से भी अधिक समय तक भारतीय टीम के नायक रहे सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में हमेशा विशेष प्रदर्शन किया और यही कारण है कि पांच में से तीन मौकों पर उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
दोनों टीमों के बीच विश्व कप में अब तक पांच मैच हुए हैं और हर बार भारत की जीत हुई है। दोनों टीमों के बीच हुए मुकाबलों में सिर्फ एक शतक लगा है और यह श्रेय ज् ााता है पाकिस्तान के सईद अनवर को, जिन्होंने 2003 में सेंचुरियन में 101 रनों की पारी खेली थी।
भारत की ओर से विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ सबसे बड़ी पारी का रिकार्ड सचिन के ही नाम है। सचिन ने सेंचुरियन में हुए इसी मैच में 98 रन बनाए थे। यह वही मैच था, जिसमें सचिन ने शोएब अख्तर की गेंद पर कवर एरिया में शानदार छक्का लगाया था।
1992 में आस्टे्रलिया में हुए विश्व कप में भारत और पाकिस्तान का सामना विश्व कप के 16वें मैच में हुआ था, जिसमें भारत 43 रनों से विजयी रहा। सचिन ने इस मैच में नाबाद 54 रन बनाने के अलावा एक विकेट भी हासिल किया था और मैन ऑफ द मैच चुने गए।
इसके बाद 1996 विश्व कप में सचिन हालांकि अधिक सफल नहीं हो सके थे और भारत को क्वार्टर फाइनल मैच में मिली 39 रनों की जीत में सिर्फ 31 रनों का योगदान दे सके। नवजोत सिंह सिद्धू (93) के साथ उन्होंने पहले विकेट के लिए 90 रन जोड़कर टीम को मजबूत आधार दिया था।
वर्ष 1999 में आयोजित विश्व कप के सुपर सिक्स दौर में भी दोनों टीमों का सामना हुआ था। भारत ने वह मैच 47 रनों से जीता और सचिन ने इसमें 45 रन बनाए। इस मैच में 27 रन देकर पांच विकेट लेने वाले वेंकटेश प्रसाद को मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिला।
दोनों टीमों की अगली भिड़ंत 2003 के विश्व कप में हुई, जिसमें पूल-ए के मुकाबले में सचिन 98 रन बनाकर भारत की छह विकेट से जीत का नायक बने। सचिन ने अपनी 75 गेंदों की पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाया था।
सचिन अंतिम बार विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 2011 में मोहाली में सेमीफाइनल मुकाबले में खेले। उस मैच में भारत ने 29 रन से जीत हासिल की। सचिन ने 85 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच बने। भारत ने इसके बाद श्रीलंका को मंुबई में हराकर दूसरी बार विश्व कप खिताब जीता।