इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा भारतीय ‘जासूस’ कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक के आदेश के बीच बुधवार को मुलाकात की।
बाजवा और शरीफ के बीच सप्ताह भर में यह दूसरी मुलाकात है और देश में वर्तमान सैन्य और असैन्य रिश्तों के मद्देनजर यह महत्वूपर्ण है। जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री को आईसीजे के आदेश की जानकारी दे दी गई है।
जनरल बाजवा के साथ इंटर सर्विसिस इंटेलीजेंस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मुख्तार भी थे। साथ ही बैठक में वित्तमंत्री इशाक डार भी मौजूद थे।
जाधव की फांसी पर रोक के आदेश के बारे में प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि हम इस मामले में भारत की याचिका और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के आदेश की समीक्षा कर रहे हैं।
इससे पहले पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जाधव को दी गई फांसी की सजा रोकने के लिए आईसीजे में जाने का भारत का फैसला पाकिस्तान में राज्य प्रायोजित आतंकवाद से ध्यान हटाने का प्रयास था।
आईसीजे ने मंगलवार को पाकिस्तान को जाधव को फांसी नहीं देने का आदेश दिया था। जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने अपने क्षेत्र में आतंकवाद फैलाने और भारत के लिए जासूसी करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है।
आसिफ ने ट्वीट किया कि आईसीजे को भारत का पत्र पाकिस्तान में राज्य प्रायोजित आतंकवाद से ध्यान हटाने का प्रयास था। कुलभूषण राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ अपराधों का दोषी साबित हुआ है।