मुंबई। रनों की बरसात के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के 51वें मैच में गुरुवार को मुंबई इंडियंस को सात रनों से हराते हुए अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा है।
बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी पंजाब ने रिद्धिमान साहा (93) की आगुआई में बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 230 रन बनाते हुए मुंबई को जीत के लिए विशाल चुनौती दी थी, लेकिन मुंबई अपने घर में इस विशाल लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और पूरे ओवर खेलने के बाद छह विकेट खोकर 223 रन ही बना सकी।
मुंबई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी। लेकिन मोहित शर्मा ने मुंबई को इस विशाल स्कोर के बाद जीत के बेहद करीब लाने वाले केरन पोलार्ड (नाबाद 50) द्वारा खेले गए आखिरी ओवर में उन्हें जरूरी रन नहीं बनाने दिए और पंजाब को जीत दिलाई।
इसी एक और जीत के साथ पंजाब ने अपनी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को जिंदा रखा। प्लेऑफ में पहुंचने के लिए उसे खुद की मेहनत और किस्मत दोनों की जरूरत है। प्लेऑफ में पहुंचने के लिए पंजाब को अपने आखिरी मैच में जीत हासिल करनी होगी और साथ ही सनराइजर्स हैदराबाद के आखिरी मैच में हारने की दुआ। तभी पंजाब प्लेऑफ में पहुंच सकेगा। मुंबई को इस हार से कोई अंतर नहीं पड़ा है। वह पहले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।
विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई के पास जीत हासिल करने के लिए बेहद आक्रामक अंदाज अपनाने के सिवाए कुछ चारा नहीं था। उसने किया भी वही। पार्थिव पटेल और लेंडल सिमंस की सलामी जोड़ी ने आते ही चौकों छक्कों की बरसात करनी शुरू कर दी। मुंबई ने 50 रन पांच ओवर में छू लिए थे। पार्थिव ने 23 गेंदों का सामना करते हुए सात चौकों की मदद से 38 रन। वहीं उनके जोड़ीदार सिमंस ने 32 गेंदों का सामना करते हुए चार छक्के और पांच चौकों की मदद से 59 रनों की पारी खेली। दोनों ने पहले विकेट के लिए 8.4 ओवरों में 99 रन जोड़े मुंबई को मनमाफिक शुरुआत दी।
इन दोनों के जाने के बाद मुंबई ने रोहित शर्मा (5), नीतीश राणा (12) के दो बड़े विकेट जल्दी-जल्दी खो दिए थे। लेकिन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 3.3 ओवरों में 15.17 की औसत से 55 रन जोड़ मुंबई की जीत की उम्मीद को बनाए रखा। 17वें ओवर की पहली गेंद पर संदीप शर्मा की गेंद ने पांड्या के बल्ले का किनारा लिया और साहा ने शानदार कैच पकड़ उनकी पारी का अंत कर पोलार्ड को अकेला छोड़ा दिया। पांड्या ने 13 गेंदों खेलते हुए चार छक्के मारते हुए 30 रन बनाए।
कर्ण शर्मा ने छह गेंदों में 19 रनों का अहम योगदान दिया। अंतिम ओवर में जीत का दारोमदार पोलार्ड के कंधों पर था। लेकिन 24 गेंदों में खेली गई अर्धशतकीय पारी में पांच छक्के और एक चौका लगाने वाला यह बल्लेबाज अपनी टीम को जीत नहीं दिला सका।
इससे पहले, पंजाब ने अपनी सलामी जोड़ी में बदलाव किया और गुप्टिल के साथ मनन वोहरा के स्थान पर साहा को पारी की शुरुआत के लिए भेजा। उसका यह प्रयोग सफल साबित रहा। दोनों ने तेजी से रन बनाए और इस संस्करण में सबसे तेज पचास रन पूरा करने वाली दूसरी टीम बनी। इस जोड़ी ने 3.4 ओवर में ही पंजाब को 50 के कुल स्कोर तक पहुंचा दिया था।
18 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की मदद से 36 रनों का पारी खेलने वाले गुप्टिल को कर्ण शर्मा ने अपनी फिरकी में फंसाया। वह 68 के कुल स्कोर पर आउट हुए। गुप्टिल के जाने का असर पंजाब की रनगति पर नहीं पड़ा। साहा का साथ कप्तान ग्लैन मैक्सवेल (47) ने भरपूर दिया। इस जोड़ी ने 7.6 ओवर में ही पंजाब को 100 के कुल स्कोर पर पहुंचा दिया था।
अर्धशतक से तीन रन दूर मैक्सवेल को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड किया। मैक्सवेल जब आउट हुए तब पंजाब का स्कोर 11 ओवरों में 131 रन था। साहा को फिर शॉन मार्श का साथ मिला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 4.2 ओवर में 12 की औसत से 52 रनों की साझेदारी की। मार्श, मिशेल मैक्लेघन की गेंद पर विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों लपके गए।
16 गेंदों में दो चौकों की मदद से 25 रन की पारी खेलने वाले मार्श जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 15.2 ओवर में 183 था।
मार्श के बाद क्रीज पर आए अक्षर पटेल (नाबाद 19) ने अंत में साहा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 47 रन जोड़ टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचाया।