कन्नूर। केरल के एजिमाला में भारतीय नौसेना अकादमी में 26 वर्षीय कैडेट की मौत सवालों के घेरे में आ गई है। उसके परिवार ने मामले में गड़बड़ी का संदेह जताया है।
आईएनए ने गुरुवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि प्रथम सत्र के कैडेट जी. सरोज को अकादमिक शाखा के भूतल पर एक ड्यूटी नाविक प्रशिक्षक द्वारा शाम 5.30 बजे बुधवार को बेहोश अवस्था में पाया गया।
सरोज को तुरंत भारतीय नौसेना अस्पताल नवजीवनी के इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया और इंट्रावेनस फ्लूइड दिया गया।
बयान में कहा गया है कि उन्हें बाद में एक चिकित्सा विशेषज्ञ और मेडिकल सहायक के साथ परियारम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
बयान में कहा गया कि कैडेट को अस्पताल में दो बार दिल का दौरा पड़ा। चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा कैडेट को बचाने के सभी प्रयास विफल रहे और उन्हें तड़के 2.30 बजे मृत घोषित कर दिया गया।
अकादमी ने कहा कि सरोज के परिवार को इस घटना की सूचना दे दी गई है। यह भी कहा गया कि दक्षिणी नौसेना कमान द्वारा इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
उधर, पेयनूर पुलिस ने कहा कि सरोज के परिवार ने एक बयान में आरोप लगाया कि सरोज और आईएनए अधिकारियों के बीच संबंध अच्छे नहीं थे।
पुलिस ने कहा कि परिवार ने आरोप लगाया है कि सरोज की मौत सामान्य परिस्थितियों में नहीं हुई है। पुलिस ने पूरे मामले में एक जांच शुरू की है।
सरोज ने भारतीय नौसेना में एक नाविक के तौर पर 2010 में अपने करियर की शुरुआत की।सरोज ने 2013 में अधिकारी बनने की परीक्षा दी और आईएनए में शामिल हुए।
उनके परिवार ने कहा कि तभी से लगातार सरोज और आईएनए अधिकारियों के बीच मनमुटाव चल रहा था।
साल 2015 में आईएनए ने उनकी सेवा समाप्त कर दी थी। इसके बाद उन्होंने सशस्त्र बल ट्राइब्यूनल से संपर्क किया जिसने आईएनए को उन्हें फिर से बहाल करने को कहा। जनवरी में वह आईएनए में एक अधिकारी कैडेट के रूप में फिर शामिल हुए।
आईएनए के एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिणी नौसेना कमान का जांच बोर्ड सभी पक्षों की जांच करेगा।
अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में जांच शुरू की जा रही है और जल्द ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा और फिर परिवार को सौंपा जाएगा।