इस्लामाबाद। पाकिस्तान कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव मामले में अंतर्राष्ट्रीय अदालत में अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए वकीलों की नई टीम का सहारा लेगा।
पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान के वकीलों ने आईसीजे में जाधव मामले में अपना पक्ष बेहद मजबूती से रखा।
आईसीजे ने जाधव की फांसी पर अंतिम फैसले तक रोक लगा दी, जो इस्लामाबाद के लिए धक्के की तरह है। रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक अजीज ने कहा कि आईसीजे ने जाधव को राजनयिक पहुंच प्रदान करने का आदेश नहीं दिया है, बल्कि केवल अपनी राय रखी है।
जाधव को जासूसी तथा आतंकवाद के मामले में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। अजीज ने कहा कि जाधव को राजनयिक संपर्क प्रदान करने पर अभी फैसला नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सुरक्षा सर्वोपरि है और हमें अपनी संप्रभुता के मौलिक अधिकार को बनाए रखना है। वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ‘पाकिस्तान टुडे’ से कहा कि जाधव का मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा है और इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि समस्त आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद ही भारतीय जासूस को दोषी ठहराया गया और मामले में कोई भी फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईसीजे ने जाधव की मौत की सजा पर केवल औपचारिक रोक लगाई है।