इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सरकार ने घाटे में चल रही विमान सेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को ‘दिवालिया’ घोषित करने और अंतत: इसे बंद करने के लिए सभी दलों के सांसदों से समर्थन मांगा है।
पीआईए के कामकाज पर सीनेट की विशेष समिति को संबोधित करने से पहले उड्डयन विभाग के लिए प्रधानमंत्री के सलाहकार सरदार महताब अब्बासी ने गुरुवार को कहा कि संसदीय समिति की इस तरह की सिफारिश सरकार को वह कठोर निर्णय लेने में मदद करेगी जिसे लेने में वह हिचकिचा रही है।
‘डॉन’ ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार पीआईए में जान फूंकने के लिए अपनी सिफारिशों की स्थिति पर चर्चा करने वाली समिति ने पिछले कुछ महीनों में हुई उन घटनाओं को भी उठाया, जिनसे पीआईए और पाकिस्तान की छवि धूमिल हुई है।
अब्बासी ने समिति के समक्ष तीन विकल्प दिए, जिसके तहत पहला विमान सेवा को पहले की तरह की संचालित होने दिया जाए और घाटा झेला जाए, दूसरा इसे दिवालिया घोषित कर बंद कर दिया जाए और तीसरा इसका पुनर्गठन किया जाए।
उन्होंने पीआईए में अनुशासनहीनता, शीर्ष गुणवत्ता के प्रबंधन की कमी, उत्कृष्ठ व पेशेवर अधिकारियों और स्वामित्व के भावना की कमी का हवाला देते हुए कहा कि हम पीआईए के पुनर्गठन की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह बेहद जटिल काम है।
समिति के अध्यक्ष सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से संबद्ध मुशाहिदुल्लाह खान ने कहा कि समिति पीआईए को पूरी तरह से बंद करने के पक्ष में नहीं है।
‘डॉन’ ऑनलाइन की रिपोर्ट ने खान के हवाले से बताया कि हम मानते हैं कि शीर्ष पर कुछ अच्छे अधिकारी पीआईए के खोए सम्मान को वापस ला सकते हैं।
समिति ने विमान कंपनी से उड़ान संख्या पीके 785 पर सोने वाले विमान पायलट और कॉकपिट में चीनी महिला को आमंत्रित करने वाले पीके 853 के कैप्टन की जानकारी भी मांगी।