पुणे। डॉक्टरों ने शुक्रवार को कहा कि देश का पहला गर्भाशय प्रत्यारोपण 21 वर्षीय युवती में किया गया। डॉक्टरों ने हालांकि कहा कि अभी दो दिन महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि मरीज को निगरानी में रखा जाएगा। डॉक्टरों ने नौ घंटे में इस आपरेशन को पूरा किया।
गैलेक्सी केयर लैप्रोस्कोपी इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने गुरुवार को यह सर्जरी की। कोल्हापुर की रहने वाली महिला के शरीर में जन्म से ही गर्भाशय नहीं था।
महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य निदेशालय की मंजूरी के बाद यह प्रत्यारोपण किया गया। महिला को उसकी 45 वर्षीय मां ने गर्भाशय दान किया।
आपरेशन का नेतृत्व करने वाले आंकोसर्जन डॉ. शैलेश पुतांबेकर ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि आपरेशन सफल रहा। अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं और मरीज को निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने कहा कि अब महिला को मासिक स्राव भी होगा और गर्भ भी धारण कर सकेगी।
दुनिया का पहला गर्भाशय प्रत्यारोपण स्वीडन में 2013 में 36 वर्षीय महिला में किया गया था। उसका जन्म भी बिना गर्भाशय के हुआ था। उसे एक 60 वर्षीय दोस्त ने गर्भाशय दान किया था। बाद में महिला ने गर्भ धारण किया था और बेटे को जन्म दिया था।
अभी तक दुनियाभर में करीब दो दर्जन गर्भाशय प्रत्यारोपण किए जा चुके हैं और अब इस सूची में भारत भी शामिल हो गया है।