नई दिल्ली। लीक से हटकर फिल्में करने वाली अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ऐतिहासिक किरदार निभाने की तमन्ना रखती हैं। अनुराग कश्यप की पूर्व पत्नी को किताबें पढ़ने का बहुत शौक है और वह इतिहास के पन्नों में दर्ज किसी वास्तविक शख्सियत के किरदार को रुपहले पर्दे पर निभाना चाहती हैं।
अभिनेत्री ने यहां जिलेट वीनस ब्रीज को लांच किया। इस मौके पर वह बेहद खूबसूरत नजर आ रही थीं। थोड़ा वक्त निकालकर उन्होंने अपने पसंदीदा किरदार के बारे में बात की।
कल्कि बोलीं कि मैं एक ऐतिहासिक किरदार निभाना चाहती हूं, मुझे ऐतिहासिक किरदार अदा करना बहुत अच्छा लगेगा, क्योंकि मुझे इतिहास बहुत पसंद है..किताबें पढ़ना भी बहुत पसंद है, तो मुझे लगता है कि अगर कोई वास्तविक किरदार निभाने को मिलता है तो यह मेरे लिए बहुत दिलचस्प और रोमांचक होगा।
फिल्म ‘देव डी’ से फिल्मों में कदम रखने वाली कल्कि (33) को इस फिल्म के बाद दो साल कोई फिल्म नहीं मिली और उन्हें अपना मुकाम बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। वह संघर्ष को इस पेशे का हिस्सा मानती हैं।
कल्कि ने कहा कि हमेशा संघर्ष करना है, ऐसा नहीं कि एक फिल्म के बाद आपको सबकुछ आ जाता है। ‘देव डी’ के बाद दो साल तक मैंने कोई फिल्म नहीं की, दो साल सिर्फ थिएटर किए..तो ऐसा है कि कभी-कभी तो बहुत सारे काम एक साथ आ जाते हैं और उसके बाद कुछ समय के लिए कोई फिल्म नहीं मिलती।
फिल्म ‘देव डी’ के लिए कल्कि को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। जिलेट वीनस ब्रीज के साथ जुड़ाव के बारे में अभिनेत्री ने कहा कि मैं इसकी ब्रांड एंबेसडर बनने से पहले से ही इस उत्पाद का इस्तेमाल करती रही हूं। यह एक ऐसा उत्पाद है, जिसे मैं पहले से जानती हूं और मुझे यह बात पसंद आई कि इस उत्पाद के डिजाइन दिनोदिन बेहतर होते जा रहे हैं। इसका डिजाइन ज्यादा फ्लेक्सिबल है, जो आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।
आजकल सोशल मीडिया पर फिल्मी सितारों को ट्रोलिंग करने का चलन काफी बढ़ गया है, लेकिन कल्कि इससे प्रभावति नहीं होती हैं। वह सोशल मीडिया को अपने लिए सकारात्मक माध्यम मानती हैं।
अभिनेत्री कहती हैं कि मैं विवादों पर ध्यान नहीं देती हूं..मैं अपने काम पर ध्यान देती हूं और सोशल मीडिया मेरे लिए काफी सकारात्मक चीज है, क्योंकि मैं इसमें अपनी तरफ से कुछ भी बोल सकती हूं, सीधे अपनी बात रख सकती हूं।
कल्कि फिल्म ‘मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ’ में अपने शानदार अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (स्पेशल जूरी अवार्ड) जीत चुकी हैं। इस फिल्म में उन्होंने ‘सेरिब्रल पाल्सी’ बीमारी से पीड़ित लड़की का किरदार बखूबी निभाया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद अच्छी पटकथा वाली फिल्में चुनने और अच्छा काम करने को लेकर दबाव महसूस करती हैं, तो उन्होंने कहा, “नहीं..राष्ट्रीय मुझे प्रोत्साहित करता है कि मैंने जो किया वो अच्छा है, जो मेरी पसंद हैं, वे अच्छे हैं और यह आपको अपना बढ़िया काम करना जारी रखने के लिए प्रेरित करता है।”
गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाली कल्कि का बाहरी कलाकारों के काम के बारे में कहना है कि दुनिया काफी इंटरनेशनल हो गई है, ऐसे में कोई भी कलाकार कहीं भी काम कर सकता है।
अभिनेत्री के अनुसार अगर हमारे कलाकार बाहर काम कर सकते हैं, वे भी यहां काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं कि दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा और निम्रत कौर बाहर भी काम रही हैं। मैं तो एक फ्रेंच-इंडियन हूं, वास्तव में बाहर से हूं और निश्चित रूप से दुनिया काफी इंटरनेशल हो गई है और हम कहीं भी काम कर सकते हैं।
अभिनेत्री कल्कि ‘देव डी’, ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’, ‘शंघाई’, ‘ये जवानी है दीवानी’ और ‘मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी के जलवे बिखेर चुकी हैं।