जोधपुर। फ्लाइंग सिख सरदार मिल्खा सिह ने कहा है कि देश में खेलों का स्तर उठाना है तो खिलाड़ी को ही खेल मंत्री बनाया जाना चाहिए, क्योकि जितनी जानकारी एक खिलाडी को होती है किसी राजनेता को नही होती।
खेल मंत्री सचिन तेंदुलकर को बना देना चाहिए क्योकि एक खिलाडी ही खेल की आवश्कताओं को समझ सकता है और राजनेताओं से ज्यादा समझ सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि किक्रेट की अधिक लोकप्रियता के कारण अन्य खेलों को नुकसान हो रहा हैं।
साथ ही उन्होने मेजर ध्यानचंद को भारत रतन ने की भी मांग दौराई ओर कहा कि उन जैसा खिलाडी अभी तक दुनिया में पैदा तक नही हुआ। मिल्खा सिह ने हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग फिर दोहराई है।
मिल्खासिह एक निजी कॉलेज के वार्षिक कार्यक्रम में शिरकत करने रविवार को जोधपुर आए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोग उनकी फिल्म के दीवाने हो गए है और रोजाना उनको 300 से 400 निमंत्रण पत्र आते हैं लेकिन वे वृद्धावस्था के कारण बहुत कम जगह जा पाते हैं।
मिल्खासिंह ने कहा कि वे 51 साल के बाद जोधपुर आए हैं। उनके यहां आने से यदि एक भी एथलीट तैयार होता है तो देश को फायदा होगा। फ्लाइंग सिख ने कहा कि ओबामा, नरेन्द्र मोदी, कैजरीवाल ओर मिल्खा सिंह को देख कर कहा जा सकता है कि कडी मेहनत का कोई विकल्प नही होता है।
भाग मिल्खा भाग 99 प्रतिशत उनके जीवन पर बनी है ओर यदि फिल्म उनके अनुसार नही बनती तो वे इस फिल्म को बनने नही देते। एथलेटिक्स में आजादी के बाद अब तक मैडल नही मिलने से उन्हे टसक है। मिल्खासिंह ने यह भी कहा कि किक्रेट जेसे एथलेटिक्स में फिक्सिंग नही होती।
राजनेता ही खेल संघो के अध्यक्ष तय करते हैं और इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता। इन संघों में खिलाडियों की अहम भूमिका होनी चाहिए और उन्हें साथ लेकर चलना चाहिए एक सवाल के जवाब में मिल्खासिह ने कहा कि खिलाडियों को राजनीति नहीं आना चाहिए क्योंकि वे झूठ नही बोल सकते।
मिल्खा ने कहा कि किसी भी खिलाडी को मैडल नही लोटाना चाहिए। खिलाडियां को देश के लिए खेलना चाहिए और पैसा लेकर हार जीत तय नही करनी चाहिए।