सियोल। दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे ने मंगलवार को अपने खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के दौरान खुद को निर्दोष बताया। पद का दुरुपयोग करने, आधिकारिक दस्तावेज लीक करने, रिश्वत लेने सहित भ्रष्टाचार के 18 मामलों में आरोपी बनाई गईं पार्क ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को गलत बताया है।
पार्क इस साल मार्च में गिरफ्तार होने के बाद से पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आई हैं। सियोल जिला अदालत में वह हथकड़ी पहने और कैदी संख्या 503 का बैज लगाए पहुंचीं।
पार्क और उनकी सहयोगी चोई सून-सिल पर राजनीतिक लाभ पहुंचाने के एवज में सैमसंग सहित दक्षिण कोरिया की बड़ी कंपनियों से करीब पांच करोड़ डॉलर रिश्वत लेने का आरोप है।
पार्क से निकटता के लिए ‘कोरियाई रासपुतिन’ कहलाने वाली चोई सुनवाई के दौरान पूर्व राष्ट्रपति के बगल में बैठी थीं और उन्होंने भी अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार कर दिया।
पार्क पर देश की सुरक्षा से जुड़ी खुफिया जानकारी लीक करने का भी आरोप है। उन्होंने चोई को इस बारे में जानकारी दी और अपने भाषणों को संपादित भी करने दिया।
मुकदमा शुरू होने पर पूर्व राष्ट्रपति के वकीलों ने कहा कि राष्ट्रपति के पास ऐसा कोई कारण नहीं था, जिसके लिए वह कंपनियों को चंदा देने के लिए मजबूर करें, जबकि वह इसका इस्तेमाल खुद के लिए करने में सक्षम हो।
मुकदमे की सुनवाई शुरू होने पर न्यायाधीश किम से-युन ने जब पार्क से उनके व्यवसाय के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरा कोई व्यवसाय नहीं है।
पार्क के प्रमुख वकील यू येओंग-हा ने अभियोजकों द्वार सबूत के रूप महज प्रेस आलेखों को पेश किए जाने को लेकर देर तक बहस की और प्रमाण के रूप में इसकी स्वीकार्यता पर सवाल उठाए।
पार्क अगर रिश्वत के आरोप में दोषी करार दी जाती हैं तो उन्हें कम से कम 10 साल की जेल हो सकती है। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के उपाध्यक्ष ली जाए-योंग पहले ही इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।