मनामा। बहरीन में पुलिस द्वारा देश के प्रमुख शिया धार्मिक गुरु अयातुल्ला ईसा अहमद कासिम के समर्थकों पर गोलीबारी की गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
यहां से 15 किलोमीटर दूर दुराज में ईसा कासिम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का विरोध कर रहे उनके 280 से ज्यादा समर्थकों को पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया।
बहरीन के गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, सांप्रदायिक और हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने में दोषी ठहराए गए धार्मिक गुरु के समर्थकों ने पुलिस पर हथगोलों, लोहे की सलाखों, धारदार हथियारों और कुल्हाड़ी से हमला किया, जिसमें 19 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि 286 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें जाउ जेल से भागे आतंकवादी भी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय के मुताबिक कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विदेशों से उकसावा मिलने पर ये युवा लोग इस तरह के कृत्यों में शामिल हो रहे हैं।
ईसा कासिम के समर्थक बीते 11 महीने से दुराज स्थित उनके घर के बाहर धरने पर बैठे हैं। कासिम को 21 मई को एक साल के निलंबित कारावास और 256000 जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
‘ह्यूमन राइट्स वाच’ एनजीओ ने बहरीन की इस कार्रवाई को शांतिपूर्ण और जायज विरोध को खत्म करने के उद्देश्य से रणनीतिक शक्ति का प्रदर्शन बताया है।
एनजीओ ने कहा कि अल खलीफा सरकार द्वारा हिंसा से कई सवाल उठ रहा है क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से शाह हमाद की मुलाकात के महज दो दिन बाद हुआ है।
अदालत ने ईसा कासिम की संपति को भी जब्त कर लिया है, जिसमें 90 लाख डॉलर और दो इमारतें शामिल हैं। उन पर देश में सामाजिक अशांति को भड़काने के उद्देश्य से अवैध रूप से एक करोड़ डॉलर की धनराशि जमा करने का आरोप है।
इससे पहले अधिकारियों ने जून 2016 में ईसा की बहरीन की राष्ट्रीयता छीन ली थी और उनकी राजनीतिक पार्टी अल वेफाक की मान्यता रद्द कर दी थी। प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच का संघर्ष अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है।
देश में शिया बहुसंख्यक हैं जिन्होंने धार्मिक गुरु कासिम के समर्थन और देश के सुन्नी राजतंत्र के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन किए हैं।