लातूर (महाराष्ट्र), 25 मई महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनकी टीम के पांच सदस्यों को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर गुरुवार दोपहर लातूर जिले में बिजली के तारों में उलझकर गिर गया। हालांकि इस घटना में वे बाल-बाल बच गए। राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर वीटी-सीएमएम ने लातूर के पास निलांगा से दोपहर को उड़ान भरी थी। इसमें फडणवीस, चालक दल के दो सदस्यों और तीन अन्य अधिकारियों सहित कुल छह लोग सवार थे।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने बताया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद पायलट ने हवा के तेज रुख की वजह से हेलीपैड पर लौटने का फैसला किया।
अधिकारी ने बताया कि हेलीकॉप्टर लैंडिंग के दौरान हेलीपैड के पास कुछ इलेक्ट्रिकल तारों में उलझ गया और लगभग 80 फीट की ऊंचाई से सीधे नीचे गिर गया, जो करीब 10 मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर है।
इसके बाद बड़ी संख्या में लोग, पुलिस और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे।
हेलीकॉप्टर में फडणवीस सहित सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। पायलट और सहपायलट के अलावा मुख्य सचिव प्रवीण परदेसी, निजी सहायक अभिमन्यु पवार और पीआरओ केतन पाठक को सुरक्षित हेलीकॉप्टर से बाहर निकाला गया। दुर्घटना में हेलीकॉप्टर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
घटना के बारे में सुनकर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी.राव ने तुरंत फडणवीस को फोन किया और उनसे हालचाल पूछा। उन्होंने हेलीकॉप्टर के पायलटों तथा अन्य यात्रियों के बारे में भी जानकारी ली।
उन्होंने खुशी जताई कि इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित है।
इसके बाद महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी फडणवीस से बात की और खुशी जताई कि किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी।
इससे पहले फडणवीस ने ट्वीट कर बताया, “हमारा हेलीकॉप्टर लातूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन मैं और मेरी टीम सुरक्षित हैं। चिंता की कोई बात नहीं है।”
इसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि राज्य के 12 करोड़ लोगों की दुआओं और जय भवानी की कृपा से उन्हें तथा उनकी टीम को कोई हानि नहीं पहुंची।
फडणवीस की पत्नी अमृता, उनकी बेटी और मां सहित पूरे परिवार ने उनके सुरक्षित बचने पर राहत की सांस ली।
फडणवीस ने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी कि कहीं सुरक्षा में कोई कोताही तो नहीं बरती गई।
उन्होंने कहा कि वह भविष्य में इस तरह के सुरक्षा मुद्दों को लेकर चौकस बने रहेंगे।