बाहुबली की हत्या देखकर भयभीत हुआ बालक, बोला
‘छुट्टियों में नहीं जाऊंगा मामा के घर’
मैं कड़ी धूप में चलता हूँ इस यकीन के साथ,
मैं जलूँगा तो मेरे घर में उजाले होंगे.!!
उन सभी मेहनती एवं जिम्मेदार पत्रकार भाइयों को समर्पित जो 40-
45° C तापमान पर काम कर रहे हैं
धूप बहुत कड़ी है,बदन जल रहा है..
कुछ तकलीफ ज़रूर है,पर घर चल रहा है..!!
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आलम तो ये है Babulal-2..का
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की ऊपर लिखा बाबूलाल भी लोगो ने बाहुबली-2 ही पढ़ा होगा
एक बार ध्यान से पढलो