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मोदी सरकार के 3 साल : भूपेन हजारिका होगा धोला-सदिया पुल का नाम - Sabguru News
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मोदी सरकार के 3 साल : भूपेन हजारिका होगा धोला-सदिया पुल का नाम

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मोदी सरकार के 3 साल : भूपेन हजारिका होगा धोला-सदिया पुल का नाम
pm modi inaugurates Dhola-Sadiya Bridge across River Brahmaputra in assam
pm modi inaugurates Dhola-Sadiya Bridge across River Brahmaputra in assam
pm modi inaugurates Dhola-Sadiya Bridge across River Brahmaputra in assam

डिब्रूगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को असम में लोहित नदी पर बने सबसे बड़े पुल का उद्घाटन करते हुए पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने पुल के निर्माण में देरी की। मोदी ने इस पुल का नाम दिग्गज गायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखा है।

मोदी ने लोहित नदी पर धोला-सदिया पुल का उद्घाटन करने के दौरान कहा कि आप लोग पिछले पांच दशक से पुल का इंतजार कर रहे हैं। इसका आज उद्घाटन हुआ है। यह पुल असम को अरुणाचल प्रदेश से जोड़ेगा। इसकी लागत 950 करोड़ रुपए है।

इस पुल के इस्तेमाल से यात्रा में 165 किलोमीटर की बचत होगी। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरा होने के मौके पर पुल का उद्घाटन किया गया है।

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मोदी ने कहा कि यदि अटल बिहारी वाजपेयी 2004 में सत्ता में लौटते तो आपको यह पुल 10 साल पहले ही मिल गया होता। उन्होंने कहा कि इस पुल से पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।

मोदी ने कहा कि इस पुल से नई आर्थिक क्रांति का आगाज होगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रही है। मोदी ने कहा कि यह क्षेत्र भारत को दक्षिणपूर्व एशिया से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

साल 2009 में संप्रग सरकार ने इस पुल के निर्माण को मंजूरी दी थी, जबकि इसका निर्माण कार्य 2011 में असम में तरुण गोगोई के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार के समय में शुरू हुआ था।

मोदी ने पुल बनाने की अवधारणा के बारे में कहा कि 29 मई, 2003 को असम के तिनसुकिया जिले के एक विधायक जगदीश भूयां ने क्षेत्र में पुल बनाने के लिए एक पत्र वाजपेयी जी को लिखा था।

उन्होंने कहा कि यदि पुल बनाने के लिए तुरंत ही काम शुरू कर दिया जाता तो यह पुल 10 साल पहले ही बनकर तैयार हो जाता।

मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि तत्कालीन संप्रग सरकार के सत्ता में आने की वजह से आपके सपने पूरे होने में विलंब हुए।

इस पुल के बनने से असम में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर रूपई से अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग-52 के मेका और रोइंग की दूरी 165 किलोमीटर घटी है।

मोदी ने कहा कि अटलजी ने पूर्वोत्तर के लिए जो सपना देखा था, उसे भाजपा सरकार ने तीन वर्षो में पूरा कर लिया।

मोदी ने गोगोई के राज्य में 15 वर्षो के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि आज असम में सर्बानंद सोनोवाल के तहत भाजपा सरकार ने सिर्फ एक साल पूरा किया है, लेकिन समस्याएं कम हुई हैं।

केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास भाजपा के नेतृत्व में राजग सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।

गडकरी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षो में भाजपा ने पूर्वोत्तर में जिस तरह का काम किया है, वह पिछले 10 साल में भी नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि इस पुल से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। पुल से क्षेत्र में आर्थिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि हम पूर्वोत्तर में विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों को सड़कों और जलमार्गो से जोड़ रहे हैं। हम जल्द ही ब्रह्मपुत्र नदी पर 15 चुनिंदा स्थानों पर फ्लोटिंग टर्मिनल की स्थापना करेंगे।

गडकरी ने कहा कि वह जल्द ही पूर्वोत्तर के विभिन्न स्थानों पर तीन और बड़ी पुल परियोजनाओं को शुरू करेंगे।

उन्होंने कहा कि हमने अनुमानित रूप से 40,000 से 50,000 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न सड़क एवं राजमार्ग परियोजनाएं भी शुरू की हैं।