नई दिल्ली। एक ई-रिक्शा चालक को 15 युवकों के एक समूह ने पीट-पीट कर मार डाला, क्योंकि उसने उनमें से दो को उत्तरी दिल्ली में एक मेट्रो स्टेशन के पास पेशाब करने से मना किया।
इन 15 युवकों के समूह में दो कथित तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय से थे। जिस समय ई-रिक्शाचलक पीटा जा रहा था, कोई भी उसे बचाने नहीं आया।
पुलिस ने रविवार को कहा कि घटना शनिवार शाम लगभग 8.30 बजे उस समय घटी, जब रविंद्र कुमार नामक ई-रिक्शा चालक ने दो विद्यार्थियों को जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक दीवार पर पेशाब करने से रोका। दोनों विद्यार्थी शराब भी पी रहे थे। कुमार जीटीबी नगर और आसपास के इलाकों में अपने ई-रिक्शा से सवारियां ढोता था।
कुमार की आपत्ति से नाराज युवक अपने 15 मित्रों के साथ वापस पहुंचे। उन्होंने भीड़भरे स्टेशन पर कम से कम 20 मिनट तक कुमार की लात-घूसों से पिटाई की, लेकिन उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। कुमार ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
कुमार के एक मित्र, प्रमोद ने कहा कि युवकों ने तौलिए में पत्थर बांधकर उसी से उसकी पिटाई की। प्रमोद ने कहा कि जब मैंने उसे बचाने की कोशिश की और युवकों से उसे छोड़ देने का अनुरोध किया, तो उन्होंने मेरी पिटाई शुरू कर दी, लेकिन किसी तरह मैं भाग निकला।
प्रमोद ने आरोप लगाया कि दो युवक दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस के किरोड़ी मल कॉलेज से लग रहे थे। लेकिन अन्य युवक संभवत: इलाके में स्थित छात्रावासों, पेइंग गेस्ट एकोमोडेशंस और किराए के कमरों में रहने वाले विद्यार्थी थे।
पुलिस उपायुक्त मिलिंद महादेव दमबेरे ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं और आरोपियों की पहचान के लिए आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। हमें लगता है कि इस घटना में 12-13 युवक शामिल थे, लेकिन इसमें अधिक युवक भी शामिल हो सकते हैं। पीजी हॉस्टल्स और अन्य संभावित ठिकानों में युवकों को दबोचने के लिए तलाशी जारी है।
पुलिस ने कहा कि कुमार मेट्रो स्टेशन के पास अपना ई-रिक्शा खड़ा कर यात्रियों का इंतजार कर रहा था, तभी यह घटना घटी। पुलिस ने कहा कि कुमार मुखर्जी नगर इलाके में रहता था।