बिजनौर। लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन में जीआरपी एस्कोर्ट में ड्यूटी दे रहे सिपाही पर विकलांगों के कोच में यात्रा कर रही युवती से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है।
ट्रेन के बिजनौर पहुंचने पर यात्रियों ने जब कोच खुलवाया और तब मामले की जानकारी मिली। यात्रियों ने सिपाही को पीटा, जिसे बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
महिला को बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि होश में आने पर उसने दुष्कर्म की बात को नकारा है।
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लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में चांदपुर से विकलांगो के कोच में एक युवती सफर के लिए सवार हुई। आरोप है कि इसी दौरान मुरादाबाद जीआरपी एस्कोर्ट में चल रहा सिपाही कमल शुक्ला इस कोच में पहुंचा और वहां सवार पुरुष यात्रियों को हल्दौर स्टेशन पर धमकाकर कोच से उतार दिया।
आरोप है कि उसके बाद सिपाही ने अकेली युवती के साथ दुष्कर्म किया। सुबह पौने दस बजे जब ट्रेन बिजनौर पहुंची तो यात्रियों ने कोच खुलवाया, तब घटना की जानकारी हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कोच जब खुलवाया गया उस समय सिपाही अर्धनग्न था। लोगों का गुस्सा भड़क गया और सिपाही को पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया। आरोपी सिपाही ने किसी तरह जीआरपी थाने में घुस कर खुद को बचाया।
आरोपी सिपाही ने कहा कि युवती बीमार थी और चांदपुर स्टेशन पर उसने सीट दिलवाने का अनुरोध किया था। मानवता के नाते विकलांग डिब्बे में सीट दिलवाई थी।
जीआरपी एसपी केके चौधरी ने बताया कि पूछताछ में प्रारंभिक रूप से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार आरोपी सिपाही कमल शुक्ला जीआरपी मुरादाबाद में तैनात है।
आरोपी सिपाही ने ही मेरठ के लिसाढ़ी गेट थाना क्षेत्र के श्याम नगर निवासी युवती को चांदपुर से विकलांग कोच में बैठाया था। दूसरा सिपाही ओम बहादुर एसी कोच में सफर कर रहा था।
युवती के होश में आने और मेडिकल परीक्षण के बाद ही सच का पता चलेगा। सिपाही को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में महिला को होश आ गया है और उसने दुष्कर्म के आरोपों का नकारा है।