पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को दलित कार्ड खेलते हुए सनसनीखेज खुलसा वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में किया है।
मांझी ने आरोप लगाया है कि उनके मुख्यमंत्री पद से हटते ही कुमार ने दिल्ली स्थित बिहार निवास के उस कमरे को जिसमें वे रहा करते थे, गंगाजल से धुलवाया है। मांझी यह खुलासा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामंती और दलित विरोधी हैं। वे नहीं चाहते हैं कि कोई भी दलित आगे बढे।
उन्होंने खुलासा किया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी की शादी में जब बिहार निवास में रहने के लिए गए, तो उन्हें बताया गया कि कमरा बंद है। वहां के लोगों ने उन्हें यह भी बताया कि उनके मुख्यमंत्री पद से हटते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगाजल से पूरे कमरे सहित सूईट को धुलवाया है।
मांझी ने बताया कि यह सुनते ही वे अवाक रह गए थे। बताते चलें कि अपने मुख्यमंत्रीत्वकाल में मांझी ने मधुबनी जिले के झंझारपुर स्थित अंधराथाड़ी गांव में ब्रह्मेश्वरीस्थान में पूजा अर्चना करने गए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके वहां से लौटने बाद उस मंदिर को धुलवाया गया था, क्योंकि वे दलित हैं।
मांझी रामनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान जदयू उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार में गए थे। उसी दौरान वे मंदिर में पूजा के लिए भी गए थे। उस दौरान भी मंदिर धुलवाने का मामला उठाकर अधिकारियों से जांच कराने का निदेश दिया था।
जांच करने गए अधिकारियों को मंदिर धुलवाने का कोई सबुत नहीं मिला, जिससे जांच रिपार्ट ठंडे बस्ते में चला गया। इतना ही नहीं मांझी के साथ रहे पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने भी मांझी के आरोप को गलत बताया था।