इस्लामाबाद। मुम्बई में वर्ष 2008 में हुए आतंकवादी हमले के साजिशकर्ता लश्कर ए तैयबा कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी जेल में शानदार जिंदगी जी रहा है। वह जेल में इंटरनेट, मोबाइल फोन जैसी सुविधाओं का उपयोग करता है और दर्जनों आगंतुक बराबर उससे मिलने आते हैं। वहीं पाकिस्तान कहता है कि वह आतंकवादियों पर कार्रवाई कर रहा है। यह जानकारी आज एक मीडिया रपट ने दी है।
रपट के अनुसार, पाकिस्तान के कुख्यात कैदियों में एक 55 वर्षीय लखवी रावलपिंडी में अति सुरक्षा वाली विशाल अडियाला जेल में रह रहा है। लखवी और छह अन्य अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमाद अमीन सादिक, शाहिद जमील रियाज, जामिल अहमद और युनुस अंजुम को नवंबर, 2008 में मुम्बई में हुए भयंकर आतंकवादी हमले में आरोपित किया गया है।
इस हमले में 166 लोगों की जान चली गयी थी। ऐसे गंभीर आरोपों के बाद भी लखवी और उसके सह-साजिशकर्ताओं को जेलर के कार्यालय के समीप ही कई कमरे मिले हुए हैं। इतना ही नहीं उन्हें जेलर से टेलीविजन, मोबाइल फोन रखने और इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल करने की इजाजत मिली हुई है और दर्जनों आंगुतक उनसे मिलने आ सकते हैं।
एक जेल अधिकारी ने कहा कि लखवी सातों दिन, कभी भी कितने भी आगुंतकों से मिल सकता है। किसी विशेष इजाजत की जरूरत नहीं होती है और उसके आंगुतकों को जेल अधिकारियों के सामने अपनी पहचान भी नहीं बतानी होती है।