इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर सोमवार को भारत के उप उच्चायुक्त जे.पी.सिंह को तलब किया और कहा कि इसमें उसके दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए।
महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने सिंह को तलब किया और 10 जून को चिरिकोट सेक्टर में तथा 12 जून को हॉट स्प्रिंग सेक्टर में भारत की तरफ से संघर्षविराम उल्लंघन की निंदा की।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को जानबूझकर लक्षित किया जाना वास्तव में निंदनीय है और मानव गरिमा व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों और मानवीय कानूनों के खिलाफ है।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के मुताबिक, भारतीय सैनिकों ने मोर्टार सहित भारी हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसका पाकिस्तानी सेना ने प्रभावी जवाब दिया।
मारे गए दो नागरिकों की पहचान 18 वर्षीय वायर यूनुस तथा 19 वर्षीय असद अली के रूप में हुई है। घायल तीन लोगों में दो महिलाएं हैं। पीड़ित भाबरा गांव के निवासी हैं।
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने ट्वीट किया कि भारतीय डीएचसी को एलओसी पर उल्लंघन की निंदा करने के लिए एफओ ने तलब किया।
नागरिकों को जानबूझकर लक्षित किया जाना वास्तव में निंदनीय है और मानव गरिमा व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों और मानवीय कानूनों के खिलाफ है।
जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर सुबह में दोनों तरफ से गोलीबारी हुई। भारत ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने कृष्णा घाटी तथा मेंढर सेक्टर में भारतीय चौकियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने पहले छोटे व स्वचालित हथियारों से हमला किया और बाद में मोर्टार दागे। मेंढर से आई रिपोर्ट के मुताबिक नियंत्रण रेखा पर हुई गोलाबारी की वजह से नागरिक इलाकों में कुछ मवेशी घायल हो गए।