लखनऊ। उत्तर प्रदेश और राजस्थान के करीब 56 हजार किलोमीटर लंबी 199 सड़कों को अब परिवहन के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
मंगलवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर यूपी के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और राजस्थान के परिवहन मंत्री यूनुस खान ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
करार के तहत इनमें दिल्ली, जयपुर, अजमेर, हरिद्वार, मेरठ, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, उदयपुर, वृंदावन, गोरखपुर, संभल, इलाहाबाद, सवाई माधोपुर, अलवर और कन्नौज के लिए सीधी बस सेवा शुरू की जाएगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के कैलेंडर का लोकार्पण करते हुए कहा कि ये दोनों राज्यों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रति आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय संप्रभुता के साथ हम सब जुड़े हुए हैं। अब अलवर से कन्नौज के लिए सीधी बस सेवा होगी। काशी, प्रयाग आने के लिए हर व्यक्ति उत्सुक रहता है।
अयोध्या आने के लिए भी हर व्यक्ति में उत्सुकता रहती है। इस करार से लोगों की राहें आसान होंगी। सरकारों का कार्य लोक कल्याण के लिए होना चाहिए। सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती प्रदान करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह देश अदभुत है, केरल से निकला संन्यासी चार पीठों की स्थापना करता है। आदि शंकराचार्य ने चार पीठों की स्थापना की थी।
योगी ने कहा कि दोनों राज्यों के परिवहन मंत्रियों को धन्यवाद देता हूं। उप्र सरकार पूरे ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए संकल्पित है। हम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास के लिए नए आयाम दिए हैं। इसी क्रम में अब परिवहन सेवाओं का विस्तार हो रहा है। जल्द ही कई और राज्यों से उप्र का करार होगा। उप्र में गांव स्तर पर भी बसों का संचालन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि परिवहन के नियम पाठ्यक्रमों में शामिल किए जाएं। सड़क हादसों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं से जो जन और धन की हानि हो रही है, उसका कोई समाधान निकालना होगा। उप्र सरकार सकुशल यात्रा के लिए काम कर रही है।