अजमेर। अद्वेतानंद आश्रम के ब्रह्मलीन स्वामी अद्वैतानंद सागर महाराज के उत्तराधिकारी महंत स्वामी देवेन्द्र सागर महाराज की चादर विधि का विधिवत आयोजन किया गया। इस अवसर पर बडी संख्या में संत महात्मागण नए महंत को आशीर्वाद प्रदान करने पहुंचे।
खचाखच भरे पांडाल में नए महंत का विधिवत रूप से बहुमान किया गया तथा बह्मलीन स्वामी अद्वेतानंद के सेवाभावी स्वाभाव को याद किया गया। समस्त संतगण ने कहा कि नए महंत भी आश्रम की पूर्व में स्थापित प्रतिष्ठा को बरकरार रखेंगे। समस्त संत समाज ने आश्रम और नए महंत को सदैव सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
आश्रम की विशेषता बताते हुए आगंतुक संतों ने कहा कि अद्वेेतानंद आश्रम से कभी कोई संत भूखा नहीं गया। जो भी यहां आया उसे विश्राम और दो समय भोजन मिलने में कभी कोई परेशानी नहीं हुई। अद्वैतानंद सागर की बनाई गई इस परंपरा को नए महंत बनाए रखेंगे ऐसा विश्वास है।
आश्रम की परंपरा बनी रहे, वेदांत का प्रचार प्रसार होता रहे, सनातम धर्म का यह केन्द्र अनवरत गतिमान रहे यह अभिलाषा संतों ने व्यक्त की।
अखिल भारतीय वेदांत प्रचार मंडल ट्रस्ट अजमेर के मंत्री नानक जेठानी ने बताया कि रामनगर स्थित अद्वेतानंद आश्रम परिसर में आयोजित षोडसी भंडारा, श्रद्धांजलि एवं पट्टाभिषेक समारोह की संतगण के आगमन से कार्यक्रम की गरिमा बढी साथ ही संतों ने आश्रम के नए महंत देवेन्द्र सागर को आशीर्वाद प्रदान किया।
आश्रम प्रबंधक महंत पृथ्वीपुरी महाराज ने कहा कि आश्रम में शिवमंदिर की स्थापना भी की गई है। इसकी देखरेख भी आश्रम की ओर से की जाती है। उन्होंने कहा कि आश्रम संत सेवा में हमेशा तत्पर रहा है और आगे भी कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
इस अवसर पर पाराशर समाज के राष्ट्रीय सचिव हरिप्रसाद पाराशर, अहमदाबाद से डॉ स्वामी महेशानंद सागर महाराज, श्रीगिरिशानंद आश्रम के स्वामी रामानंद, दशनाम संन्यास आश्रम के महाराज स्वामी कृष्णानंद, इंदौर के वैष्णवधाम मंदिर अध्यक्ष स्वामी अमृतानंद सागर महाराज, पुष्कर से हनुमान महाराज कोतवाल, अजमेर मंडल के कोतवाल नारायणदास, मेवाराम भगत, होतचंद, रामसखा आश्रम के महंत सियाशरण, कपालेश्वर महादेव मंदिर के महंत सेवानंद गिरी, ब्रह्मा मंदिर पुष्कर से सुरेश पुरी, गुलाबदास आश्रम से महंत राजाराम, हनुमानगढी पुष्कर के महंत समेत बडी संख्या में संतों ने समारोह में शिरकत की।