सिरोही। जिले के गांवों व शहरी क्षेत्रों में पेयजल व सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता के लिए बनाए व्हाट्सएप गु्रप ‘नर्मदा लाओ, सिरोही बचाओ’ ने मंगलवार को एक समिति का रूप ले लिया। इसके लिए जनसहयोग व सबकी भागीदारी के साथ वातावरण तैयार करने और सरकार को सिरोही को इसके जल की आवश्यकता बताने के लिए समिति का गठन किया गया है।
रामझरोखा में हुई बैठक के बाद सरकार से पत्राचार, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को नर्मदा की आवश्यकता बताने के लिए ‘नर्मदा जल, सिरोही का कल’ नाम से अस्थायी समिति गठित की गई है। बैठक में समिति के नाम से ही सभी पत्राचार, विचार गोष्ठियां व चर्चाएं की जाएंगी। बैठक में इस अस्थायी समिति के किसी भी सदस्य के नामों की बजाय सिर्फ समिति को ही प्राथमिकता देने पर एकमत बना। इस समिति का कार्य नर्मदा समेत जिले में पानी के एकत्रिकरण के लिए अन्य प्रोजेक्ट की आवश्यकताओं से सरकार को रूबरू कराने और इन्हें प्राथमिकता से किये जाने पर भी विचार हुआ।
गणमान्य लोगो ने कहा कि आगामी दिनों में इसे शहर, गांव, गली के लोगो तक इस संदेश को पहुंचाकर सरकार की ओर से इस दिशा में अब तक किये गये प्रयासो व वस्तुस्थिति को सामने लाया जाएगा। इसके बाद अगले चरण में विधिवत् संघर्ष समिति का गठन करके लोगों को जागरूक किया जाएगा। यह भी तय किया गया कि इस मुहिम के तहत किसी भी प्रकार की राजनीति नही होगी और ना ही किसी को करने की छूट दी जायेगी, केवल शुद्ध रूप से नर्मदा का पानी लाने की बात होगी। इस सबके लिये प्रारम्भिक कार्य को गति देने के लिये एक दस सदस्यो की अस्थायी समिति का सर्वसम्मति से गठन किया गया। अगली बैठक में लोगो की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने, समाज के विभिन्न वर्गो में किसान, प्रबुद्धजन, वरिष्ठ नागरिक, सामाजिक व राजनीतिक अग्रणी लोगो को इस मुहिम से जोडने पर जोर दिया गया। सभी उपस्थित लोगो ने इस मुद्दे पर अपने विचार प्रकट कर कहा कि राजनेताओ ने भी कई बार चुनावों में पानी लाने के मुद्दे के नाम पर वोट बटोरे हैं, लेकिन इस दिशा में क्या प्रयास किये गए हैं यह सबके सामने लाना आवश्यक है। सभी ने कहा कि इस मुद्दे को केवल सरकार या नेताओं के भरोसे नही छोडा जा सकता और इस पर जनता की निगरानी जरूरी बताई। होली के बाद अगली बैठक आयोजित करने का सुझाव दिया।
राजनीतिक शिथिलता पर जताई चिंता
नर्मदा के पानी को लाने को लेकर बरती जा रही राजनीतिक शिथिलता पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए एक बैठक कर लोगों ने इसके लिए एक जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय किया। मुहिम को गति देने के उद्देश्य से आगामी रणनीति तय की और संभावित जल संकट को देखते हुए नर्मदा का पानी सिरोही लाने की आवश्यकता पर चर्चा की।