शिमला। पंजाब के दस तीर्थयात्रियों की हिमाचल प्रदेश में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। तीर्थयात्रियों की निजी बस हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में गुरुवार को सड़क से फिसलकर एक खाई में गिर गई। यह सभी अमृतसर से थे।
पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि इस घटना में 55 लोग घायल हुए हैं, जिसमें 23 महिलाएं व आठ बच्चे शामिल हैं। इन्हें देहरा और तांदा कस्बों के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
करीब 80 से ज्यादा तीर्थयात्री प्रसिद्ध हिंदू मंदिर ज्वालामुखी जा रहे थे, जब रास्ते में धलिआरा कस्बे के पास यह दुर्घटना हुई। यह जगह धर्मशाला जिला मुख्यालय से करीब 65 किमी दूर है।
तीर्थयात्रियों में ज्यादातर व्यापारी हैं। इससे पहले तीर्थयात्रियों ने चिंतपूरनी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बस खचाखच भरी हुई थी और संभवत: चालक ने एक ढलान पर वाहन पर अपना नियंत्रण खो दिया।
प्रशासन को पीड़ितों को बस से निकालने में समय लगा, हालांकि स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से पहुंचने से पहले राहत कार्य शुरू कर दिया था। परिजन अपने प्रियजनों के मौत पर विलाप कर रहे थे।
एक संबंधी ने कहा कि शिव कुमार अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। उनकी दुर्घटना में मौत हो गई है, जबकि उनके परिवार के लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
हिमाचल में खासकर धार्मिक त्योहारों के दौरान पंजाब से खचाखच भरी बसों, ट्रैक्टर ट्रालियों का आना आम बात है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हादसे पर दुख जताया है।
बीते साल मई में इस जगह के पास एक बस दुर्घटना हुई थी जिसमें सात लोग मारे गए थे। वे सभी अमृतसर से थे। वे ज्वालामुखी मंदिर से पूजा करके घर लौट रहे थे।
पुलिस अधिकारियों ने हादसे के लिए पड़ोसी राज्य की बसों को जिम्मेदार ठहराया, जिसे बेधड़क अप्रशिक्षित लोग चलाते हैं। ज्यादातर प्राणघातक दुर्घटनाओं में शामिल बसें निजी संचालकों की होती हैं।